अमेरिका-कनाडा सीमा पर भारतीय परिवार की मौत की जांच करेगी एंटी-ह्यूमन ट्रैफिक यूनिट
गांधीनगर (आईएएनएस)| गुजरात की सीआईडी-क्राइम की एंटी-ह्यूमन ट्रैफिक यूनिट (एएचटीयू) अमेरिका-कनाडा सीमा पर राज्य के एक परिवार के चार सदस्यों की मौत की जांच करेगी। सीआईडी के एक शीर्ष अपराध अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। कनाडा की क्यूबेक-न्यूयॉर्क सीमा पर सेंट लॉरेंस नदी में अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करने का प्रयास करते समय चार लोगों की मौत हो गई थी।
मृतकों की पहचान मेहसाणा जिले के मानेकपुर कभला गांव निवासी प्रवीण चौधरी, उसकी पत्नी दक्ष, बेटा मीत और बेटी विधि के रूप में हुई है।
इस घटना में कुल आठ लोगों की मौत हुई, चार गुजरात से और इतने ही कनाडा के पासपोर्ट वाले रोमेनियन थे।
कलोल जिले के डिंगुचा के चार लोगों के एक परिवार की कनाडा से अमेरिका में प्रवेश करते समय ठंड लगने से मौत हो जाने के बाद यह घटना पिछले साल की तरह की तीसरी घटना है।
हादसे के बाद राज्य प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लिया है। सीआईडी अपराध के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा है कि घटना की जांच सीआईडी अपराध की एएचटीयू इकाई को सौंपी गई है।
अधिकारियों ने कहा, हम इस मामले को सुलझाने के लिए मृतक के वीजा और यात्रा दस्तावेज प्राप्त करने के लिए कनाडा के अधिकारियों के पास पहुंचे हैं। परिवार के आग्रह के बावजूद कि वे प्रवीण चौधरी और उनके परिवार की अमेरिका जाने की योजना से अनजान थे।
सीआईडी अपराध, स्थानीय पुलिस और गुजरात एटीएस की कई टीमों ने अवैध आप्रवासन रैकेट का पदार्फाश करने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया है। रैकेट के सरगना बॉबी पटेल को गिरफ्तार कर लिया गया है।
यह भी पता चला है कि अमेरिका जाने से पहले प्रवीण चौधरी वहां किसी कर्मचारी के संपर्क में था, जो शायद कोई नियोक्ता था। यह घटना मानव तस्करी और अवैध आप्रवासन के मुद्दे पर प्रकाश डालती है, जिसने इस क्षेत्र को त्रस्त कर दिया है।
रिपोर्ट्स से पता चलता है कि स्थानीय एजेंट रैकेट में शामिल हैं, जो अमेरिका में बेहतर जीवन के सपने के साथ लोगों को अपनी ओर आर्कषित करते हैं।