राजनीति में एक और सीडी कांड: बिल पास करने के बदले में पैसे का डीलिंग करते RSS प्रचारक और मेयर पति...कही राजस्थान में भूचाल आने के संकेत तो नहीं!
भूचाल आने के संकेत!
राजस्थान की राजनीति में एक और सीडी कांड सामने आने से सियासत में खलबली मच गई है. सीडी के वायरल होते ही सरकार के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने केस दर्ज कर लिया है. इसे देखते हुए ऐसा लगता है कि इसकी तैयारी बहुत पहले से की जा रही थी.
ये CD कहा से आयी और किसने रिलीज की इसके बारे में तो पता नहीं है लेकिन CD के वायरल होते ही जिस तरह से राजस्थान सरकार के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने मुकदमा दर्ज किया है उसे देखते हुए ऐसा लगता है कि इसकी तैयारी पहले से थी.
सीडी में जयपुर ग्रेटर निगम की बीजेपी की निलंबित मेयर सौम्य गुर्जर के पति राजाराम गुर्जर, कचरा सफाई करने वाली कंपनी के प्रतिनिधि से बिल पास करने के बदले में पैसे के लेन-देन के बारे में बात कर रहे हैं. बगल में राजस्थान में संघ प्रचारक की भूमिका में काम करने वाले निंबा राम भी बैठे हुए हैं.
वसुंधरा राजे के कार्यकाल के दौरान इस कंपनी को कचरा उठाने का ठेका दिया गया था, जिसके बिल के भुगतान को लेकर निलंबित मेयर सौम्या गुर्जर और बीजेपी के तीन कार्यकर्ताओं पर नगर निगम के आयुक्त के साथ मारपीट का आरोप लगा था. बीते दिनों जयपुर ग्रेटर निगम की मेयर सौम्या गुर्जर और बीजेपी के तीन पार्षदों पारस जैन, अजय चौहान और शंकर शर्मा को निलंबित किया गया था.
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मारपीट के अलगे दिन राजस्थान सरकार ने सौम्या गुर्जर को निलंबित कर दिया था. कांग्रेस के भी कुछ नेता इस फैसले के खिलाफ हैं. बीजेपी भी इसका विरोध कर रही है. वहीं वसुंधरा राजे के समर्थक विधायक कालीचरण सर्राफ, नरपत सिंह राजवी और अशोक लहोटी पार्टी के साथ नहीं आए, जिसे लेकर कहा जा रहा है कि बीजेपी में संघ और संगठन का गुट वसुंधरा गुट से अलग हो गया है.
'सीडी है फर्जी!'
वायरल सीडी पर निलंबित मेयर के पति राजाराम गुर्जर का कहना है यह सीडी फर्जी है. हमने कोई लेन-देन की बात नहीं की है. संघ की तरफ से कोई बयान भी सामने नहीं आया है. बीजेपी नेताओं ने भी इस मसले पर चुप्पी साध रखी है. परिवहन मंत्री प्रताप खाचरियावास ने कहा है कि भी जो सच्चाई होगी, सामने आएगी.
एंटी करप्शन ब्यूरो की जांच!
सीडी के वायरल होने के बाद एंटी करप्शन ब्यूरो ने अज्ञात सोर्सेज के नाम से स्वत: संज्ञान लेते हुए केस दर्ज कर लिया है. एंटी करप्शन ब्यूरो के डीजी बीएल सोनी ने कहा कि हमने मुकदमा दर्ज कर लिया है और मामले की जांच कर रहे हैं. गौरतलब है कि सौम्या गुर्जर के निलंबन के मामले में आज राजस्थान हाईकोर्ट में सुनवाई होनी है. राजस्थान सरकार ने पहले ही कैविएट दायर कर रखी थी.