सरकारी स्कूल के बच्चों को टैबलेट देने का ऐलान, लद्दाख सरकार का फैसला
छात्रों की मुश्किलों और परेशानियों को देखते हुए एक बड़ा एलान किया गया है.
लद्दाख: छात्रों की मुश्किलों और परेशानियों को देखते हुए एक बड़ा एलान किया गया है. प्रदेश के 6th से 12th कक्षा तक सरकारी स्कूल में पड़ने वाले छात्रों को एक एक टैबलेट मुफ्त दिया जाएगा. यह टैबलेट सभी छात्रों को 5 जून तक बांटे जाएंगे. इस बात का ऐलान लद्दाख के सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल ने किया है और ट्वीट कर जानकारी भी साझा की.
इस फैसले से लद्दाख के सरकारी स्कूलों में पड़ने वाले 12300 से ज्यादा छात्रों को मुफ्त टैबलेट दिए जाएंगे. जिन में से 1 हज़ार कारगिल और 3500 के करीब लेह संभाग में पड़ते है. लद्दाख में भी बढ़ते कोरोना मामलो के चलते 7 जून तक लॉकडाउन बड़ा दिया गया है और इस के जल्दी समाप्त होने की कोई सम्भावना नहीं है.
इसके साथ-साथ लद्दाख के दुर्गम इलाकों में छात्रों को इंटरनेट की कमी के चलते होने वाली दिक्कतों को दूर करने के लिए सभी ब्लॉक में V-sat की सुविधाएं देने और दूरसंचार कंपनियों के टावर लगाने का काम भी शुरू करने की घोषणा हुई है.
इसी के बाद लद्दाख ऑटोनॉमस हिल डेवलपमेंट कौंसिल (LAHDC) के प्रमुख ताशी ग्यालसन ने कई सरहदी इलाकों का दौरा किया और यहां पर इंटरनेट की कमी के चलते कोरोना के खिलाफ लड़ी जा रही जंग और शिक्षा पर होने वाले असर के बारे में लोगों से जानकारी हासिल की.
चीन के साथ होने वाली झड़प के बाद कुछ इलाकों में कई मोबाइल नेटवर्क का कॉन्ट्रैक्ट रोका गया
ग्यालसन के अनुसार पिछले साल गलवान घाटी में चीन के साथ होने वाली झड़प के बाद कुछ इलाकों में बीएसएनएल, एयरटेल और जियो के कॉन्ट्रैक्ट को रोक दिया था. इसलिए इन इलाकों में इंटरनेट सेवाएं शुरू करने में देरी हुई. इसी देरी के चलते आज ऑनलाइन क्लास के लिए बच्चों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.लेकिन अब केंद्र सरकार और प्रदेश प्रशासन मिलकर एक बार फिर से सक्रिय हो गए हैं और जून महीने के अंत तक पूरे प्रदेश में लोगो को 4G इंटरनेट सेवाएं देने के लिए कोशिश होगी. लद्दाख के सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल ने उम्मीद जताई.
इंटरनेट सेवाएं जल्द शुरू करने की मांग
इसी समस्या से लद्दाख के कारगिल और द्रास में लोगों, खासतौर पर छात्रों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. कारगिल के बार्सू के कौंसिल्लोर गुलाम मोहमद अंसारी ने उपराज्यपाल आर के माथुर से मुलाकात कर इलाके में जल्द से इंटरनेट सेवाएं शुरू करने की गुहार लगाई. इन इलाकों में अभी भी बच्चों को कई-कई किलोमीटर इंटरनेट वाले इलाके में ऑनलाइन क्लास लेने पर मजबूर होना पड़ता है.वहीं दूसरी तरफ पांगोंग के पास चुशुल के कौंसिल्लोर कोंचक स्टैंज़िन ने भी अपने इलाके में इंटरनेट के हाल के बारे में उपराजयपाल रमेश कुमार माथुर को ट्वीट कर मदद मांगी.