प्रदर्शन व धरना के बाद हत्यारों की गिरफ्तारी को लेकर सड़कों पर उतर आये आक्रोशित लोग

Update: 2023-08-27 10:13 GMT
नागौर। नागौर तुलसीराम हत्याकांड के आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर शुक्रवार को माली समाज के साथ सर्व समाज के लोगों ने शहर में रैली निकाली और जिला कलक्ट्रेट के समक्ष विरोध प्रदर्शन के बाद धरने पर बैठ गए। पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी के बीच करीब तीन घंटे तक रास्ता जाम रहा। प्रदर्शनकारियों में महिलाएं भी काफी संख्या में शामिल थी। प्रशासन को ज्ञापन देने के बाद मिले आश्वासन के बाद महापड़ाव स्थगित किया गया। गौरतलब है कि सदर थाना इलाके के ग्राम अमरपुरा में नौ अगस्त की रात छत पर सो रहे तुलसीराम व सुरेश मेघवाल पर धारधार हथियारों से अज्ञात ने हमला किया। इसमें तुलसीराम की मौत हो गई थी। तब से हत्यारों को पकड़ने में हो रही देरी से पुलिस के खिलाफ लोगों का गुस्सा नागौर शहर की सड़कों पर दिखा। माली समाज के लोगों ने अपने प्रतिष्ठान भी बंद रखे। लोगों ने टायर भी फूंके।
माली समाज के अध्यक्ष कृपाराम देवड़ा की अगुवाई में सुबह करीब दस बजे डीडवाना रोड स्थित माली संस्थान पर लोग एकत्र हुए। पूर्व उपसभापति रूपसिंह पंवार, प्रदेश कांग्रेस सचिव आईदानराम भाटी, दिनेश देवड़ा, पार्षद धर्मेंद्र पंवार, तुलसीराम के परिजनों समेत सैकड़ों पुरुष-महिलाएं वहां से रैली के रूप में रवाना हुए। हाथों में तुलसीराम के हत्यारों को गिरफ्तार करो के अलावा न्याय की अपील लिखे नारों की तख्तियां भी इनके हाथों में थीं। इंसाफ की यह रैली विजय वल्लभ चौराहा, दिल्ली दरवाजा, गांधी चौक, शिव बाड़ी, नकाश गेट होते हुए कलक्ट्रेट पहुंची। यहां जमकर नारेबाजी के साथ प्रदर्शनकारी कलक्ट्रेट के समक्ष सड़क पर बैठ गए। गुस्साए लोगों की भीड़ को देखते हुए पुलिस का भी इंतजाम पुख्ता था। कोर्ट से लेकर कलक्ट्रेट के दोनों गेट के अलावा एसपी ऑफिस के बाहर तक पुलिस बल तैनात था।
नागौर एएसपी सुमित कुमार, सीओ ओमप्रकाश गोदारा, सीओ रवींद्र बोथरा, सीओ उम्मेद सिंह, सदर सीआई सुखराम चोटिया, कोतवाली सीआई रमेंद्र सिंह हाड़ा के नेतृत्व में भारी पुलिस बल तैनात रहा। प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी जारी रखी। तुलसीराम के हत्यारों को पकडऩे में पुलिस की लेटलतीफी पर भी लोगों ने खरी-खरी सुनाई। दोपहर करीब पौने बारह बजे यहां पहुंचे ये लोग कलक्टर डॉ अमित यादव के बाहर आकर बात करने व ज्ञापन लेने की मांग पर अड़ गए। एएसपी सुमित कुमार ने समझाइश की कि पांच से दस लोगों का एक प्रतिनिधि मण्डल भीतर चले और कलक्टर से मिलकर ज्ञापन दे दे, लेकिन वे इस पर राजी नहीं थे। इस बात पर नाराज कुछ प्रदर्शनकारी आगे तक बढ़े और कलक्ट्रेट तिराहे पर बैठ गए और ट्रेफिक बंद कर दिया। इधर, नारेबाजी चलती रही, उधर प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने पुलिस के साथ सरकार को भी आड़े हाथ लिया। ये भी थे शामिल : भाजपा नेता भागीरथ महरिया, भाजपा जिला अध्यक्ष रामनिवास सांखला, पूर्व सभापति बिरदी चंद सांखला, लीलाधर, प्रणय गहलोत, महेंद्र गहलोत, पूर्व सभापति मांगीलाल भाटी, विकास चौहान, लक्ष्मीनारायण मुण्डेल, धर्मेंद्र सोलंकी, हेमंत टाक, चैनाराम परिहार, भीम सेना के मोती मेघवाल तंवरा समेत सैकड़ों महिला-पुरुष इसमें शामिल हुए। तीन-साढ़े तीन घंटे जाम सा लगा रहा तो आवागमन बाधित हुआ। कलक्ट्रेट का काम भी ठप रहा।
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