आंगनबाड़ी कर्मियों व समूह की महिलाओं से मारपीट, एसडीएम सैफई को शिकायत
केस दर्ज
सैफई। जिन नौनिहालों का भविष्य संवारने का जिम्मा आंगनवाड़ी की कार्यकत्रियों का है सैफई में उन्हीं कार्यकत्रियों का सीडीपीओ लतिका सिंह द्वारा उत्पीड़न किया जा रहा है। लतिका सिंह की मारपीट व अभद्रता व जेल भेजने की धमकी के बाद कई महिलाएँ डिप्रेशन का शिकार हो गई है। गर्भवती महिलाओं का पोषाहार कम देने की शिकायत पर सीडीपीओ लतिका सिंह में समूह की एक महिला की 18 मार्च को मारपीट तक कर दी और जेल भिजवाने की धमकी दे डाली। आज डरते डरते छिपते छिपाते एक सैकड़ा से अधिक आंगनबाड़ी कर्मियों ने सैफई तहसील पहुँचकर एसडीएम सैफई नम्रता सिंह से शिकायत की। शिकायत को बाल विकास पुष्टाहार मंत्री उत्तर प्रदेश, जिला अधिकारी इटावा मुख्य विकास अधिकारी इटावा, जिला कार्यक्रम अधिकारी के नाम प्रतिलिपि था। ज्ञापन में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने आरोप लगाया कि जिला सैफई की बाल विकास परियोजना अधिकारी लतिका सिंह का व्यवहार हम आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के प्रति बहुत ही अभद्र व गंदा है।
उनकी भाषा शैली हम सभी के आत्मसम्मान मान सम्मान को ठेस पहुंचाती है। लतिका सिंह एक-एक आंगनबाड़ी कार्यकत्री को बुलाकर के अभद्रता गाली गलौज करती हैं और धन उगाही करती है। उन्होंने आरोप लगाया निरंकारी स्वयं सहायता समूह की कुशमा देवी को गर्भवती महिलाओं का पोषाहार कम दिया गया और इसकी शिकायत करने जब वह लतिका सिंह के पास गई तो लतिका सिंह ने कुसमा देवी को धक्का देते हुए अभद्रता करते हुए गालियां दी। जेल भिजवाने की धमकी दी। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने आरोप लगाया कि हम लोगों का लतिका सिंह सिंह द्वारा मानसिक व शारीरिक शोषण किया जा रहा है हम लोग डिप्रेशन में चले गए हैं हम लोगों का कभी-कभी मन करता है कि आत्महत्या कर लें। स्वयं सहायता समूह की महिलाएं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों में लतिका सिंह के प्रति भारी रोष देखा गया है। सीडीपीओ शासन के आदेश को दरकिनार करते हुए राशन को समूह द्वारा बँटवाया जा रहा है जो ग़लत है। आंगनबाड़ियों को राशन प्राप्त नहीं कराया जा रहा है और जब कोई शिकायत होती है तो रिकवरी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से कराई जाती है आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को पता नहीं चलता कि राशन पोषाहार कितना आया है। सीडीपीओ भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी हुई है और हमेशा पैसे की मांग करती रहती हैं पैसा ना देने पर अभद्रता करते धमकाया जाता है। इस बारे में सीडीपीओ से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उनके ऊपर लगाए गए आरोप झूठे है।