नई दिल्ली: मणिपुर मुद्दे पर विपक्षी सांसदों की नारेबाजी के बीच केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह लोकसभा में बहु-राज्य सहकारी सोसायटी (संशोधन) विधेयक 2022 पर बोल रहे हैं।
सदन के मानसून सत्र के शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने मीडिया के सामने खुद कहा कि मणिपुर की घटना से सबका सिर शर्म से झुक गया है। तो उन्हें इसी बात को लोकसभा और राज्यसभा के समक्ष बोलने में क्या संकोच है?: कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने ये बात कही है।
प्रधानमंत्री की सोच और उनकी नीयत क्या है उन्होंने अपने बयान से बता दिया है। उनको I.N.D.I.A, उसके गठबंधन, विपक्ष और उनके लोगों से डर है। उनको मणिपुर की नहीं बल्कि अपनी सत्ता की चिंता है। उनको मणिपुर पर बोलना चाहिए लेकिन बोल I.N.D.I.A पर रहे हैं। कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने ये बात कही है।
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि सरकार विपक्ष की सभी शर्तों को मानने के लिए तैयार है। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री क्यों नहीं बोल रहे, प्रधानमंत्री ने तो मीडिया के सामने बोल दिया। एक साल से हम देख रहे हैं कि जब भी सदन शुरू होता है विपक्ष कोई न कोई मुद्दा उठाकर उसे बंद कराने की कोशिश करता है।