हाईवोल्टेज बहस के बीच

Update: 2023-08-10 03:54 GMT

लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव की बहस के दूसरे दिन कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी हाईवोल्टेज सियासी हंगामे के केंद्र में रहे। सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच आरोपों-प्रत्यारोंपों के तीखे तीर छोड़े गए। सत्तापक्ष के निशाने पर रहे राहुल गांधी की जोरदार हूटिंग हुई तो जवाब में कांग्रेस नेता ने सदन में सत्तापक्ष की ओर फ्लाइंग किस उछाल दिया जो सियासी सुर्खियां बन गई।

सत्तापक्ष ने सदन में जताया गंभीर एतराज

राहुल के इस फ्लाइंग किस को सदन में उनकी मुहब्बत की दुकान के विचार के तौर पर सहज रूप से नहीं लिया गया और सत्तापक्ष ने सदन में ही इस पर गंभीर एतराज जाहिर कर दिया। महिला बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने तत्काल सदन में ही इसे राहुल गांधी की महिला विरोधी सोच का हिस्सा बताने में देर नहीं लगाई।

अविश्वास प्रस्ताव की बहस में हंगामा

अविश्वास प्रस्ताव पर राहुल गांधी के भाषण के लिए विपक्षी आइएनडीआइए की सभी पार्टियों में ही नहीं सत्ताधारी बेंच की तरफ भी चर्चा शुरू होने से पहले काफी गहमागहमी थी। इसका नजारा लोकसभा में राहुल गांधी के दूसरे दिन की चर्चा शुरू होने के साथ ही दिखाई देने लगा। करीब 37 मिनट के उनके संबोधन के दौरान हंगामा, नारेबाजी, छींटाकशी से लेकर सियासी गरमागरमी के कई रंग दिखे। इसमें फ्लाइंग किस का प्रकरण आखिर में हुआ जब भाषण खत्म हुआ।

स्मृति ईरानी का फूटा गुस्सा

राहुल के संबोधन के तत्काल बाद शोर-शराबे के बीच स्मृति ईरानी ने सरकार की ओर से जैसे ही जवाब देना शुरू किए कांग्रेस नेता राजस्थान रवाना होने के लिए सदन से निकलने लगे। सत्ताधारी भाजपा के सदस्यों ने इस पर शोर और तंज कसते हुए उनकी हूटिंग शुरू की तब सदन से निकलने के लिए अपनी सीट से खड़े हुए राहुल ने इसके जवाब में मुस्कुराते हुए फ्लाइंग किस उछाल दिया और फिर लोकसभा से निकल गए।

सत्तापक्ष ने कहा- यह सदन की परंपरा के खिलाफ

सत्तापक्ष के सदस्यों ने इसे सदन की परंपरा के खिलाफ बताते हुए शोर करते हुए स्पीकर से इस पर आपत्ति जाहिर की। इसके बाद ईरानी ने अपना संबोधन फिर शुरू करते हुए इसे सदन में महिला सांसदों के प्रति अशिष्ट आचरण बताते हुए राहुल गांधी पर महिला विरोधी सोच रखने का आरोप लगा दिया।

राहुल के भाषण को लेकर पहले से ही सतर्क सत्तापक्ष ने शुरू से लेकर आखिर तक उन्हें सियासी गरमागरमी में उलझाए रखा तो कांग्रेस सांसद भी अपने नेता के संबोधन में बार-बार डाली जा रही बाधा के खिलाफ भाजपा को यह आगाह करते सुनाई दिए कि टोकाटाकी नहीं रूकी तो वे भी प्रधानमंत्री के भाषण में इसे दोहराएंगे।

सत्ता पक्ष ने कसे तंज

राहुल ने अपना भाषण प्रसिद्ध कवि रूमि की पंक्तियों का हवाला देकर शुरू किया तो सत्ता बेंच की ओर से उन पर तंज कसे गए और जब मणिपुर हिंसा प्रभावित महिलाओं की व्यथा का जिक्र किया तब भाजपा सदस्यों ने इसे झूठा बताया। राहुल ने इस पर तत्काल पलटवार करते हुए कहा कि झूठ आप बोलते हैं मैं नहीं। लेकिन सदन में हाईवोल्टेज गरमागरमी तब हुई जब राहुल ने मणिपुर में भारत माता की हत्या होने और सत्ताधारी दल को देशद्रोही बता दिया।

भाजपा सांसदों ने किया जबरदस्त हंगामा

भाजपा सांसदों ने जबरदस्त हंगामा कर राहुल का संबोधन रोक दिया तब जवाब में विपक्षी आइएनडीआइए के तमाम सदस्य आक्रामक तेवरों के साथ वेल में स्पीकर के आसन तक पहुंच कर जवाबी हंगामा करने लगे। इसमें अधीर रंजन चौधरी, सौगत राय, कल्याण बनर्जी, टीआर बालू से लेकर मुहआ मोइत्रा जैसे नेता भी शामिल थे।

हंगामा देख राहुल गांधी हुए बेचैन

ऐसा जबरदस्त हंगामा देख राहुल गांधी बेचैन हो गए कि सदन स्थगित हुआ तो वे अपना भाषण पूरा नहीं कर पाएंगे क्योंकि उन्हें राजस्थान जाना है और सदन में यह बात वे अपनी मां सोनिया गांधी से साझा करते सुनाई दिए। इसके बाद सोनिया और राहुल दोनों ने अधीर को विपक्षी सांसदों को शांत कर सीट पर लौटा लाने का संदेश भेजा। अधीर को अपने सांसदों को वापस सीट पर लाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।

लगे मोदी-मोदी के नारे

इसके बाद राहुल का भाषण खत्म हुआ तो सत्तापक्ष ने मोदी-मोदी के नारे लगाने शुरू कर दिए तो विपक्षी बेंच ने पहले राहुल-राहुल और फिर इंडिया-इंडिया के नारों से इसका जवाब दिया। वैसे स्मृति ईरानी के भाषण के दौरान भी कई दफा शोर-शराबा हुआ और उन्होंने कई मौकों पर गांधी परिवार पर बेहद तीखे निजी हमले किए।

इस दौरान सदन में सोनिया गांधी मौजूद थीं और कनिमोझी तथा सुप्रिया सूले जैसे सहयोगी दलों की सांसद ने उनके निकट जाकर संभवत: इसका जवाब दिए जाने की जरूरत बताई। लेकिन सोनिया गांधी इसे ज्यादा तवज्जो देते हुए नजर नहीं आयीं।।

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