भारत को लेकर अमेरिका ने जारी की नई रिपोर्ट, कह दी इतनी बड़ी बात

Update: 2022-02-12 02:33 GMT

नई दिल्ली: भारत को इस समय कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जिनमें से कुछ चीन (China) की ओर से भी हैं. यह बात अमेरिका के व्हाइट हाउस ने हिंद-प्रशांत रणनीति (Indo-Pacific strategy) पर रिपोर्ट जारी करते हुए बताई है. उसने कहा, भारत महत्वपूर्ण भू-राजनीतिक चुनौतियों से घिरा हुआ है, विशेष रूप से चीन से और वास्तविक नियंत्रण रेखा (Line of Actual Control) पर उसके व्यवहार से. यह रिपोर्ट शुक्रवार को जारी हुई है और राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन की पहली रीजनल स्पेसिफिक रिपोर्ट है.

रिपोर्ट हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अमेरिका की स्थिति को मजबूत करने, क्षेत्र को मजबूत करने और इस प्रक्रिया में भारत के क्षेत्रीय नेतृत्व का समर्थन करने के लिए राष्ट्रपति के दृष्टिकोण को रेखांकित करती है. व्हाइट हाउस ने कहा, 'हम एक रणनीतिक साझेदारी का निर्माण करना जारी रखेंगे, जिसमें अमेरिका और भारत दक्षिण एशिया में स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए एक साथ और क्षेत्रीय समूहों के माध्यम से काम कर रहे हैं. इसके साथ ही हम स्वास्थ्य, अंतरिक्ष और साइबरस्पेस जैसे नए क्षेत्रों में सहयोग, हमारे आर्थिक और प्रौद्योगिकी सहयोग को गहरा करने और एक स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र को बनाए रखने पर काम करेंगे.'
व्हाइट हाउस ने अपने बयान में कहा, 'हम मानते हैं कि भारत दक्षिण एशिया और हिंद महासागर में एक समान विचारधारा वाला पार्टनर और लीडर है. वह दक्षिण पूर्व एशिया में सक्रिय रूप से जुड़ा हुआ है. वह क्वाड और अन्य क्षेत्रीय मंचों की प्रेरक शक्ति और क्षेत्रीय विकास के लिए एक इंजन की तरह है.' इस बीच एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने अपना नाम ना छापने की शर्त पर कहा कि भारत महत्वपूर्ण चुनौतियों से जूझ रहा है. अधिकारी ने कहा, 'भारत प्रमुख चुनौतियों का सामना कर रहा है. एलएसी पर चीन के व्यवहार का भारत पर जबरदस्त प्रभाव पड़ा है. ऐसे में हम दूसरे लोकतांत्रिक देशों के साथ काम करके कई अवसर भी देखते हैं. एक ऐसे देश के साथ काम करके, जो वैश्विक कॉमन्स को समझता है, ताकि क्षेत्र में जरूरी मुद्दों को आगे बढ़ाया जा सके.'
नई क्षेत्रीय रणनीति पर रिपोर्ट जारी करने के बाद पत्रकारों को जानकारी देते हुए वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अमेरिकी प्रशासन ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में बहुत अच्छा काम किया है. इसमें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व वाला पिछला प्रशासन भी शामिल है. रिपोर्ट ऐसे वक्त पर जारी की गई है, जब क्वाड देश के विदेश मंत्रियों की बैठक हो रही है. इसमें भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर के अलावा ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका के विदेश मंत्रियों ने भी हिस्सा लिया है. रिपोर्ट में चीन को लेकर कहा गया है कि वह आर्थिक, कूटनीतिक, सैन्य और तकनीकी ताकत के बल पर हिंद-प्रशांत क्षेत्र में प्रभाव डाल रहा है दुनिया की सबसे प्रभावशाली शक्ति बनना चाहता है.


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