भरतपुर। भरतपुर राज्य भर में लाइफ लाइन के नाम से जानी जाने वाली 104 व 108 एम्बुलेंस के कर्मचारियों ने संविदाकर्मी घोषित करने की मांग करते हुए गाड़ियों का संचालन बंद कर हड़ताल पर चले गए। जिससे मरीज बेहद परेशान हैं। एम्बुलेंस कर्मी संघ अध्यक्ष प्रेमचंद मुदगल, कुलदीप, तेजपाल व राजप्रकाश तिवारी ने बताया कि सरकार ठेका प्रथा को बंद करके एम्बुलेंस का संचालन कर रहे कार्मिकों को संविदाकर्मियों का दर्जा देकर उनकी बराबर मानदेय दें। क्योकि आज के जमाने में 10 से 15 हजार रुपए में घर का खर्च, बच्चों की पढाई लिखाई, आने जाने का खर्चा चलाना बेहद मुश्किल है। इससे कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति खराब हो रही है। अधिकांश कर्मचारी कर्ज में डूबे हुए हैं। सरकार 5 साल से एम्बुलेंस के कर्मचारियों को नियमित करने का झूठा व कोरा आश्वासन देकर उनका मजाक उड़ाया जा रहा है। वहीं चेतावनी दी कि अगर जल्द ही संविदाकर्मी घोषित नहीं किया गया तो आंदोलन कर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे।
इस मौके पर पुष्पेन्द्र सिंह, प्रमोद कुमार, राकेश शर्मा, पुनीत शर्मा, भगतराम, मुकेश कुमार, कमलराम, लोकेंद्र सिंह आदि उपस्थित थे। राजस्थान रोडवेज में श्रमिक संगठनों के संयुक्त मोर्चा की ओर से राज्य सरकार एवं निगम प्रबंधन के विरुद्ध अपनी 11 सूत्री मांगों को लेकर किए जा रहे आंदोलन के दौरान मुख्यमंत्री एवं संयुक्त मोर्चा के मध्य सफल वार्ता हुई। जिसको लेकर कर्मचारियों ने खुशी व्यक्त की है। साथ ही जारी आंदोलन के समापन की घोषणा की गई। दो दिन पूर्व मुख्यमंत्री एवं संयुक्त मोर्चा के मध्य सफल वार्ता हुई और रविवार को राज्य सरकार की ओर से अधिकृत वरिष्ठ आईएएस अधिकारी व ग्रह सचिव आनंद कुमार सिंह, राजस्थान रोडवेज प्रबंध निदेशक नथमल डिडेल एवं संयुक्त मोर्चा के संयोजक एमएल यादव और विभिन्न यूनियनों के पदाधिकारियों के मध्य मांगों को लेकर समझौता हुआ। भरतपुर एवं लोहागढ़ आगार के कार्यरत एवं सेवानिवृत कर्मचारियों की ओर से समझौते की सूचना पर खुशी व्यक्त की और मिठाई बांटी।