गजब! प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मरे हुए व्यक्ति को मिला सरकारी घर, अधिकारियों में हड़कंप
अजीब तरह का मामला सामने आया है.
झारखंड के शहर गढ़वा से एक अजीब तरह का मामला सामने आया जहां चार साल पहले मर चुके एक व्यक्ति के नाम पर सरकार ने आवास दिया. हद तो तब और हो गई जब उसी मृत व्यक्ति के नाम पर पिछले महीने बैंक जाकर पैसा भी निकाल लिया गया. मृतक के बैंक से पैसे निकालने और आवास मिलने की घटना लोगों में चर्चा का विषय बन गई.
दरअसल, ये मामला जिले के डंडई प्रखण्ड के जरही गांव का है. जहां धनेसर राम नामक एक व्यक्ति को पीएम आवास 2016-17 में मिला था और उसने पीएम आवास की प्रथम क़िस्त यानी चालीस हजार की निकासी भी पिछले महीने यानी 20 अक्टूबर 2020 बैंक से कर लिया है. वहीं, कुछ दिन बाद खुलासा हुआ कि वह व्यक्ति चार वर्ष पहले ही मर चुका है.
इस बात की जानकारी मिलते ही प्रखण्ड से लेकर जिला तक के अधिकारियों में बेचैनी देखी जा रही है. मृतक के पोते धर्मेंद्र ने कहा कि मेरे बाबा के नाम पर पीएम आवास आया है और पिछले महीने 40 हजार की निकासी भी हुई है. उसने इसकी शिकायत बीडीओ को लिखित रूप में की है.
दूसरी ओर जिले में बैठे अधिकारियों को जब इस मामले की जैसे ही भनक लगी उन्होंने तुरन्त इसकी जांच का जिम्मा बीडीओ को दे दिया. डीआरडीए सह प्रभारी जिला अधिकारी अनिल क्लोमेंट ओढ़या का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है. हमने जांच का आदेश दिया है और बहुत जल्द खुलासा कर मामले में दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
झारखंड सहित देश में कई ऐसे मामले सामने आए हैं जहां मृतक को जिंदा और जिंदा को मृतक बताकर योजनाओं में हेराफेरी की गई है. गढ़वा का यह मामला पहला ही है जहां मृतक व्यक्ति को योजना का लाभ तो मिला ही साथ ही मृतक व्यक्ति के बैंक खाते से पैसे की निकासी भी की गई है.