लापरवाही की सारी हदें पार: अस्पताल ने बदल दिया शव, मां की मौत के बाद बिफरा बेटा

कोरोना का कहर

Update: 2021-04-04 15:01 GMT

कोरोना काल को शुरू हुए एक साल से अधिक का समय बीत चुका है. तबसे लेकर अब तक गुजरात के सूरत का मुख्य सिविल कोविड हॉस्पिटल विवादों में घिरा रहा है. इस कोविड हॉस्पिटल ने इस बार लापरवाही की सारी हदें पार कर दी हैं. आरोप है कि कोरोना की वजह से दो महिलाओं की जान चली गई और अस्पताल ने उनके शव को अलग-अलग परिवारों को दे दिया. इस बात से भड़ककर एक परिवार ने कोविड हॉस्पिटल में हंगामा किया. दरअसल, पिछले 10 दिनों से कोविड हॉस्पिटल में 38 वर्षीय शबाना बेन मोहम्मद अंसारी का कोरोना का इलाज चल रहा था. इसी कोविड हॉस्पिटल में सुशीला बेन का भी इलाज चल रहा था.

वहीं, शबाना की मौत होने पर अस्पताल ने उनके बेटे अनश अंसारी और अन्य परिजनों को मामले की जानकारी दी. जब शबाना के परिजन रिपोर्ट निकलवाने डॉक्टर के पास गए तब डॉक्टर ने उन्हें बताया कि उनकी मां की मौत हो गई है और उनकी लाश हिंदू परिवार में चली गई है जिसका अंतिम संस्कार भी हो चुका है. शबाना अंसारी के बेटे का आरोप है कि कोविड हॉस्पिटल के डॉक्टर उन्हें मृतक सुशीला का शव अंतिम संस्कार के लिए दे रहे हैं जो उन्हें स्वीकार्य नहीं है. दूसरी तरफ, परिजनों ने अस्पतालवालों पर लापरवाही का आरोप लगाया है.

कोविड हॉस्पिटल में लाश बदले जाने को लेकर शबाना के परिजनों को यहां जमकर हंगामा किया था. वहीं, इस बड़ी लापरवाही को लेकर सूरत सिविल अस्पताल का कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.

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