देहरादून: उत्तराखंड के लिए अगले तीन-चार दिन चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं। प्रदेश में एक बार फिर भारी बारिश की संभावना जताई गई है। बारिश के कारण पिछले पांच दिन से जारी रेस्क्यू ऑपरेशन में खलल पड़ सकता है।
भारी बारिश और बादल फटने के कारण पांच दिन पहले केदारनाथ धाम के रामबाड़ा से भीमबली क्षेत्र के मार्ग में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए प्रदेश सरकार रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है। पचास हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाला गया है, लेकिन कुछ लोग अब भी फंसे हुए हैं। मौसम विभाग के निदेशक डॉ. बिक्रम सिंह ने बताया कि राज्य के दो जिलों देहरादून और बागेश्वर में मंगलवार से भारी बारिश हो सकती है। इन दो जिलों के अलावा आने वाले कुछ में राज्य के अधिकांश जिलों में भारी बारिश की आशंका जताई गई है। उन्होंने बताया कि उत्तरकाशी, बागेश्वर, रुद्रप्रयाग, चमोली, नैनीताल, पौड़ी और टिहरी में भारी बारिश की संभावना है।
लोगों से अपील की गई है कि वे फिलहाल पहाड़ों की अपनी यात्रा स्थगित कर दें। साथ ही विशेष तौर पर सावधानी बरतें। इस बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि केदारघाटी में आपदा प्रभावित क्षेत्रों से हज़ारों श्रद्धालुओं को सकुशल सुरक्षित निकाला जा चुका है। रेस्क्यू ऑपरेशन को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए सेना की भी मदद ली जा रही है। मौसम साफ होने के साथ ही केदार घाटी में केंद्र सरकार द्वारा भेजे गए एमआई 17 और चिनूक हेलीकॉप्टरों के माध्यम से रेस्क्यू फिर से शुरू हो चुका है। वह स्वयं रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी कर रहे हैं। रविवार को शुरू हुए ऑपरेशन में अब तक 133 लोगों को सुरक्षित एयर लिफ्ट कर निकाला जा चुका है।