जम्मू कश्मीर में सुरक्षा एजेंसियां को अलर्ट जारी

Update: 2021-12-16 14:39 GMT

पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की एक और नापाक साजिश का खुलासा हुआ है. आईएसआई ने पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद में हुई आंतकवादी संगठनों की बैठक में कहा कि जम्मू कश्मीर में चुनाव हो या ना हो टारगेट किलिंग लगातार होती रहनी चाहिए. इसके लिए बाकायदा एक नया ग्रुप बनाया जाए जो तमाम हमलों की जिम्मेदारी अपने ऊपर ले. साथ ही सरेंडर कर चुके आतंकियों को भी इस ग्रुप में शामिल करने के निर्देश देते हुए कहा गया कि टारगेट किलिंग के लिए उरी और तंगधार के जरिए हथियार और विस्फोटक भेजे जाएंगे. सुरक्षाबलों को भारत पाक नियंत्रण रेखा पर ड्रोन पर निगाह रखने को कहा गया है. उधर सुरक्षा बलों ने पिछले 15 दिनों के दौरान 12 से ज्यादा आंतकियों को मार गिराया. इनमें विदेशी आंतकियों समेत अनेक आतंकी कंमाडर भी थे.

जम्मू कश्मीर में तेजी से बढ़ रही शांति प्रक्रिया और चुनाव के लिए परिसीमन के काम को देखते हुए पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसी आईएसआई बुरी तरह से बौखला गई है. विशेषकर लगातार अपने कंमाडरों को मारा जाता देख और नापाक योजनाओं की लगातार नाकामयाबी से बौखलाकर आईएसआई ने पिछले दिनों पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद में आंतकी संगठनों की एक बैठक बुलाई. खुफिया एजेंसी के दस्तावेज के मुताबिक, इस बैठक में स्पष्ट दिशानिर्देश दिए गए कि भारत में आंतकी हमलों के लिए एक नया ग्रुप बनाया जाए जो वहां होने वाले तमाम हमलों की जिम्मेदारी अपने ऊपर ले. खुफिया जानकारी के मुताबिक, इस बैठक में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने टारगेट किलिंग की लिस्ट भी आतंकी संगठनों को दी. जिसमें अनेक स्थानीय राजनेताओं से लेकर नौकरशाहों आदि के नाम शामिल हैं. बैठक में कड़े निर्देश के तौर पर कहा गया कि कश्मीर में चुनाव हो या ना हो टारगेट किलिंग लगातार चलती रहनी चाहिए.

खुफिया जानकारी के मुताबिक, आंतकी संगठनों को कहा गया कि वे जम्मू कश्मीर में सरेंडर कर चुके आतंकियों के संपर्क में जाए और उन्हें फिर से ब्रेनवॉश कर इस आंतकी मुहिम में शामिल करे. आईएसआई के इस हुक्म के बाद अनेक आंतकी कंमाडर सरेंडर करने वाले आंतकियो के संपर्क में भी आए लेकिन उन्हीं में से कुछ लोगों ने भारतीय सुरक्षा बलों को इस साजिश के बारे मे जानकारी दी. जिसके चलते पिछले 15 दिनों के दौरान जम्मू कश्मीर में 12 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया गया. इनमें अनेक पाकिस्तानी आंतकवादियों समेत आंतकी संगठनों के कंमाडर भी शामिल हैं. विशेषकर हाजी आरिफ और ब्रेनवॉश की विशेष ट्रेनिग लेकर भारत आए पाकिस्तानी आंतकी अबू जरार की मौत से भी पाक खुफिया एजेंसी की इस मुहिम को खासा नुकसान पहुंचा है.

खुफिया एजेंसी के एक आला अधिकारी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों के दौरान अपनी साजिश को सफल करने के लिए पाक अधिकारियों ने सीमा पर मौजूद आंतकी शिविरों का दौरा भी किया और लगभग 100 से ज्यादा आंतकी खराब मौसम का फायदा उठाकर भारत में घुसने की फिराक में हैं. खुफिया दस्तावेजों के मुताबिक, इस साजिश के लिए पाकिस्तान उरी और तंगधार के जरिए विस्फोटक और हथियार भेजने की फिराक में है. लिहाजा सुरक्षाबलों को पाकिस्तानी सीमा से लगे हुए इलाकों मे ड्रोन पर निगाह रखने को कहा गया है क्योंकि वही एक ऐसा साधन है जिसके जरिए इस खराब मौसम में एक तरफ से दूसरी तरफ आसानी से हथियार भेजे जा सकते हैं.

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