उत्तराखंड। उत्तराखंड में इस बार झमाझम बारिश हुई। उत्तराखंड मौसम पूर्वानुमान में अलर्ट जारी किया गया है।देहरादून जुलाई में पिछले दस साल में बारिश का रिकार्ड टूट गया है। जुलाई माह में दून में सामान्य से 58 फीसदी ज्यादा 845.3 एमएम बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध दस साल के डाटा के मुताबिक 2021 में सर्वाधिक 808 एमएम और 2019 में सबसे कम 402 एमएम बारिश दर्ज की गई। बागेश्वर में सबसे ज्यादा, अल्मोड़ा में कम बारिश जुलाई माह में बागेश्वर में सबसे ज्यादा 869.1 एमएम बारिश दर्ज की गई। वहीं अल्मोड़ा में सबसे कम 351.9 एममए बारिश हुई। पूरे उत्तराखंड में सामान्य 417.8 एमएम से 32 फीसदी ज्यादा 552.7 एमएम बारिश दर्ज की गई। उधर, मसूरी में सोमवार को सुबह से लेकर शाम चार बजे तक चटक धूप खिली रही। शाम को कोहरा छाया।
उत्तराखंड के दून समेत चार जिलों में मंगलवार को भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक देहरादून, नैनीताल, चंपावत और बागेश्वर में भारी बारिश होने की संभावना है। उत्तराखंड के सभी जिलों में मंगलवार को भारी बारिश की आशंका है। मौसम विभाग ने सभी जिलों के लिए भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि देहरादून, नैनीताल, चम्पावत और बागेश्वर में अन्य जिलों के मुकाबले अधिक बारिश होने के आसार हैं। उत्तराखंड में चार अगस्त तक भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
गंगोत्री हाईवे सुबह धरासू बैंड के पास भूस्खलन और मलबा आने के कारण बंद हो गया था। जिसे करीब आठ बजे वाहनों की आवाजाही के लिए खोला गया। इसके बाद हाईवे पर सुनगर में भारी मात्रा में मलबा आ गया। जिसके चलते हाईवे पर वाहनों की आवाजाही रुकी हुई है। वहीं, यमुनोत्री, बदरीनाथ और केदारनाथ हाईवे पर यात्रा सुचारू है। इस साल जून-जुलाई में सबसे अधिक बागेश्वर जिले में बारिश हुई। जबकि, नैनीताल में सबसे कम बारिश हुई। हालांकि, प्रदेशभर में सामान्य से 19 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की गई है।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार जून-जुलाई में बागेश्वर में 1114.8 एमएम बारिश हुई, जो सामान्य से 165 फीसदी ज्यादा है। सामान्य तौर पर बागेश्वर में 420.5 एमएम बारिश होती है। जबकि, नैनीताल में सबसे कम 537.4 एमएम बारिश हुई, जो सामान्य से 35 फीसदी कम है। नैनीताल में सामान्य तौर पर 831.9 एमएम बारिश हुई। वहीं, देहरादून में सामान्य से 50 फीसदी अधिक 1093 एमएम बारिश हुई। उत्तराखंड में इन दो महीनों में 705.2 एमएम बारिश हुई, जो सामान्य से 19 फीसदी अधिक है। जुलाई की बात करें तो चम्पावत जिले में सबसे कम बारिश हुई। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने कहा, बीते सालों के मुकाबले इस साल इन दो महीनों में बारिश कम हुई है। अगस्त के दूसरे सप्ताह से पूरे प्रदेश में अच्छी बारिश होने के आसार हैं।