लखनऊ। कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. तेजी से पांव पसार रहे कोरोना ने आबादी के लिहाज से देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश के शासन-प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है. प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान ही कोरोना वायरस से संक्रमण के कुल 627 नए मामले सामने आए हैं. इसके साथ ही प्रदेश में एक्टिव केस लोड अब 3536 पहुंच गया है.
उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी किए गए ताजा आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में नए मामलों के लिहाज से राजधानी लखनऊ शीर्ष पर रही. राजधानी लखनऊ में ही 627 में से 160 नए मामले सामने आए. लखनऊ के बाद राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे गौतम बुद्ध नगर जिले का नंबर आता है. गौतम बुद्ध नगर जिले में कोरोना के 134 नए मामले सामने आए हैं.
नए मामलों के साथ लखनऊ में एक्टिव केस लोड 895 पहुंच गया है. आंकड़ों के लिहाज से देखें तो लखनऊ में कोरोना के एक्टिव केस प्रदेश के कुल एक्टिव केस लोड के करीब 25 फीसदी हैं. आंकड़ों से साफ है कि यूपी में कोरोना, राजधानी लखनऊ में फुल स्पीड में है. कोरोना के बढ़ते मामलों में लखनऊ बड़ा केंद्र बनकर उभरा है. यूपी में जून महीने की ही बात करें तो 24 दिन के अंदर ही कोरोना के एक्टिव केस में करीब पांच गुना तक इजाफा हुआ है. इसी समय के दौरान लखनऊ में भी एक्टिव केस पांच गुना बढ़े हैं. 1 जून को प्रदेश में कोरोना के 850 एक्टिव केस थे जो 24 जून को बढ़कर 3536 हो गए हैं. इसी तरह लखनऊ में 1 जून को 109 एक्टिव केस थे जो अब बढ़कर 895 हो गए हैं.
यूपी में कोरोना की तेज रफ्तार के बीच सूबे के डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने कहा है कि हम जल्द ही इसे लेकर अलर्ट जारी करेंगे. उन्होंने साथ ही लोगों से ये अपील भी की है कि मास्क का उपयोग करें और कोरोना से जुड़े सभी नियमों का कड़ाई से पालन करें. वहीं, स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक डॉक्टर वेदव्रत सिंह ने कोरोना के कारण उत्पन्न होने वाले किसी भी हालात से निपटने की तैयारियों को लेकर जानकारी दी है. उन्होंने कहा है कि 17 और 18 जून को सभी नोडल अधिकारियों और संयुक्त निदेशकों ने अपने-अपने इलाके में अस्पताल जाकर तैयारियों के संबंध में जानकारी ली है. स्वास्थ्य विभाग के डीजी के मुताबिक मौके पर जाकर ऑक्सीजन, बेड्स और आईसीयू की उपलब्धता को लेकर जानकारी ली गई, कर्मचारियों की ट्रेनिंग पर भी बात हुई. उन्होंने कहा कि दवाओं की उपलब्धता के संबंध में भी जानकारी ली गई और हमारा ध्यान उस तरफ है जहां दूसरी लहर के दौरान चूक हुई थी.