अलर्ट : दिल्ली में घटते यमुना के जलस्तर के बावजूद चिंता क्यों बढ़ी ?

Update: 2023-07-15 16:23 GMT
नई दिल्ली(आईएएनएस)। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि पानी में डूबे निचले इलाके स्थानीय लोगों के लिए महामारी का केंद्र बन सकते हैं। इसलिए लोगों एवं बच्चों को सड़कों पर जमा पानी में आने-जाने से बचना चाहिए। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट किया कि लोगों को इससे बचना चाहिए क्योंकि यह घातक हो सकता है। इंदिरा गांधी अस्पताल (दिल्ली सरकार) के डॉ. ओम प्रकाश झाकर ने आईएएनएस को बताया कि जो लोग पानी में खेल रहे थे या खेल रहे हैं, उन्हें इसे गंभीरता से लेना चाहिए क्योंकि आने वाले दिनों में स्थिति भयावह हो सकती है।
डॉक्टर ने आगे कहा कि आजकल मलेरिया और हैजा आम बात है। पानी से त्वचा संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं। लोगों को स्थिति की गंभीरता को समझना चाहिए। दिल्ली होम गार्ड्स को भी लोगों और बच्चों को जमा पानी से दूर रखने का निर्देश दिया गया है। अपोलो इंद्रप्रस्थ अस्पताल के आंतरिक चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. सुरनजीत चटर्जी ने आईएएनएस को बताया कि जमा हुए पानी के संपर्क में आने वाले लोगों में त्वचा पर चकत्ते, त्वचा रोग और त्वचा संक्रमण का कारण बन सकता है।
अधिकारी ने कहा कि यदि पानी शरीर में प्रवेश करता है, तो व्यक्ति को लेप्टोस्पायरोसिस हो सकता है, जो एक घातक बीमारी है। उन्होंने कहा कि रुके हुए पानी के कारण हैजा, डायरिया और लेप्टोस्पायरोसिस जैसे स्वास्थ्य संबंधी खतरे होने की संभावना रहती है। शांतिवन, लाल किला, आईटीओ, आईएसबीटी और आस-पास के इलाकों में सड़कों पर पानी भर गया है। डॉक्टरों ने यह भी कहा है कि लोगों को पानी में जाने से बचना चाहिए क्योंकि यह उनके लिए सुरक्षित नहीं है।
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