अखिलेश यादव ने अपनी 'X' पोस्ट में लिखा, "E = ED, C = CBI, I = IT जिस तरह ED, CBI और IT विभाग के आगे के पहले अक्षरों को मिलाकर ECI बनता है वो दरअसल इस बात का सकारात्मक इशारा है कि ‘Election Commission of India’ ही उम्मीद की वो किरण है, जो भाजपा सरकार द्वारा ED, CBI और IT डिपार्टमेंट के दुरुपयोग पर आगे से लगाम लगा सकता है."
उन्होंने आगे लिखा, "आज से हम 2024 के शुरुआती चुनावी महीने में प्रवेश कर रहे हैं. आशा है ‘चुनाव आयोग’ अपनी सांविधानिक ज़िम्मेदारी निभाते हुए बेलगाम-बेईमान सरकारी तंत्र को सक्रिय नहीं होने देगा और हमेशा की तरह लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए ढाल बनेगा. जब लोकतंत्र बचेगा तभी चुनाव आयोग की गरिमा और प्रतिष्ठा भी बची-बनी रहेगी." अखिलेश यादव ने कहा कि निष्पक्ष चुनाव ही चुनाव आयोग की जीत होगी. उन्होंने कहा, "चुनाव आयोग को निर्भय होकर निष्पक्ष चुनाव कराने व सभी दलों को बिना किसी पक्षपात व भेदभाव के, चुनाव लड़ने के बराबर मौके देने के लिए हार्दिक शुभकामनाएं."
अखिलेश यादव का यह पोस्ट दिल्ली के रामलीला मैदान में हुई INDIA ब्लॉक की 'लोकतंत्र बचाओ रैली' के अगले दिन ही आया है. जिसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, तेजस्वी यादव, डेरेक ओ ब्रायन, दीपांकर भट्टाचार्य जैसे बड़े नेता शामिल हुए थे. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तार के खिलाफ इस रैली को कल्पना मुर्मू और सुनीता केजरीवाल ने भी संबोधित किया था.