नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी ने शनिवार को शिवपाल सिंह यादव और ओमप्रकाश राजभर को खुली चिट्ठी लिखी है, जिसके बाद राजनीति गरमा गई है. इसमें दोनों को गठबंधन छोड़ने के साफ संकेत दिए हैं. सपा की चिट्ठी के बाद सबसे पहले राजभर का बयान आया है. ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि इस तलाक को मंजूर करते हैं. आगे इसका जवाब देंगे.
ओपी राजभर ने आगे कहा कि पिछड़ों दलितों की आवाज उठाने का नतीजा है. इस तलाक को मंजूर करते हैं और आगे इसका जवाब देंगे. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव चमचों और सलाहकारों से घिरे हैं. उन्होंने नाम भी गिनाए. कहा- संजय लाठर, अरविंद गोप, नरेश उत्तम, अनुराग भदौरिया जैसे लोग अखिलेश के नवरत्न हैं.
बता दें इससे पहले ही ओपी राजभर ने साफ कर दिया था कि उनका अगला ठिकाना बहुजन समाज पार्टी होगी. उन्होंने कहा कि बहनजी से बातचीत होगी और आगे की रणनीति तय की जाएगी. राजभर ने सीएम योगी की तारीफ पर कहा कि हम हमेशा से उनकी तारीफ करते रहे. मुझे जो सुरक्षा मिली, उसके लिए मैंने पत्र लिखा था. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव ने और यशवंत सिन्हा ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट नहीं मांगा. ना मुझे बुलाया गया तो उन्हें वोट कहां से दे देता.
बसपा को बीजेपी की बी टीम कहने पर कहा कि जो टीम हारती है, वह B ही होती है. ऐसे में सपा भी B है. कांग्रेसी भी B है. उन्होंने कहा कि मायावती का काम दिखाता है. लखनऊ का 1090 देख लीजिए. मायावती दलित और अति पिछड़ों की बड़ी नेता हैं.
उन्होंने कहा कि काफी अच्छा हुआ कि तलाक हो गया. हम इसका इंतजार था. हम इसको कबूल करते हैं. जो सच था- वह मैंने कहा. पार्टी में क्या होता है, टिकट कैसे बनते हैं, यह कहने की सजा मिली.