CDS हेलीकॉप्टर हादसे पर वायुसेना ने जारी किया बयान: बेबुनियाद अटकलों से बचें, मृतकों की गरिमा का सम्मान करें, तेजी से जांच कर सामने लाएंगे सच्चाई
नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना ने शुक्रवार को बयान जारी किया है। इसमें कहा गया- "8 दिसंबर को हुई दुखद हेलीकॉप्टर दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए एक ट्राई सर्विस कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का गठन किया। जांच तेज़ी से पूरी की जाएगी और तथ्य सामने आएंगे। तब तक मृतकों की गरिमा का सम्मान करने के लिए बेबुनियाद अटकलों से बचा जा सकता है।"
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को हुए हेलिकॉप्टर हादसे की पूरी जानकारी बृहस्पतिवार को संसद के दोनों सदनों में दी। उन्होंने बताया, वायुसेना के एमआई17वी5 हेलिकॉप्टर से सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने टीम के साथ सुबह 11:48 बजे सुलूर एयरस्टेशन से उड़ान भरी थी। हेलिकॉप्टर में उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत कुल 14 लोग सवार थे। वेलिंग्टन में 12:15 बजे लैंडिंग से 7 मिनट पहले 12:08 बजे सुलूर एयर ट्रैफिक कंट्रोल का संपर्क हेलिकॉप्टर से टूट गया और कुछ देर बाद हादसे की खबर आई।
सिंह ने संसद में बताया, स्थानीय लोगों ने कुन्नूर के जंगलों से धुआं उठता देखा। करीब पहुंचे तो हेलिकॉप्टर का जलता मलबा मिला। स्थानीय प्रशासन की राहत टीम तुरंत मौके पर पहुंची और जीवित बचे लोगों को मलबे से निकालने लगी। जो भी जीवित निकले, उन्हें तत्काल वेलिंग्टन सैन्य अस्पताल पहुंचाया गया। कुछ देर बाद खबर आई कि हेलिकॉप्टर में सवार 14 में से 13 लोगों की जान नहीं बची। मृतकों में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य सैन्य अधिकारी व जवान थे।
इकलौते बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह फिलहाल वेलिंग्टन के सैन्य अस्पताल में लाइफ सपोर्ट पर हैं। उनकी जान बचाने के सभी प्रयास किये जा रहे हैं। मरने वालों में सीडीएस के रक्षा सलाहकार ब्रिगेडियर लखबीर सिंह लिद्दड़, स्टाफ अफसर लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान (पायलट), स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप सिंह, जूनियर वारंट अफसर राणा प्रताप दास, जूनियर वारंट अफसर अरक्कल प्रदीप, हवलदार सतपाल राय, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांसनायक विवेक कुमार, लांसनायक बी साई तेजा शामिल हैं। राजनाथ ने कहा, सदन की ओर से सभी मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और इनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।