भारी बारिश से आगरा का हुआ बुरा हाल: कई जगहों पर सड़कें धंसी, जलभराव बना संकट
आगरा में गुरुवार रात से शुक्रवार शाम तक रिमझिम रिमझिम 27.9 मिमी बारिश में जगह-जगह सड़कों पर जलभराव हो गया
आगरा में गुरुवार रात से शुक्रवार शाम तक रिमझिम रिमझिम 27.9 मिमी बारिश में जगह-जगह सड़कों पर जलभराव हो गया तो नाले और हाईवे की दीवार ढह गईं। फिरोजाबाद रोड स्थित नवीन गल्ला मंडी के सामने नेशनल हाईवे की 10 फुट ऊंची दीवार गिर गई, जिसका मलबा सर्विस लेन पर गिर पड़ा। दो साल पहले ही इसी जगह यही दीवार गिरी थी, जिसमें कई कारें दबने से क्षतिग्रस्त हो गईं थीं।
शुक्रवार शाम तक हुई बारिश में वेस्टर्न जोन और स्मार्ट सिटी के एबीडी एरिया की सड़कों पर पानी जमा होने से गड्ढे हो गए, जिसमें गिरकर वाहन चालक चोटिल हो गए। बाग फरजाना, न्यू राजामंडी, पुरानी मंडी, तोरा, मारुति एस्टेट, बोदला में सड़कें धंसी तो वाटरवर्क्स चौराहा, यमुना किनारा रोड, अलबतिया रोड पर जलभराव बना रहा।
सीवर, पानी की लाइन से धंसी सड़कें
स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा सीवर और पानी की पाइपलाइन बिछाने के काम के बाद बनाईं पुरानी मंडी चौराहा, ताजगंज नगर निगम इंटर कॉलेज के पास, तोरा गांव, यमुना किनारा रोड, हाथीघाट, आंबेडकर पुल, जीवनी मंडी पर सड़कें धंस गईं तो वहीं अलबतिया रोड, मारुति एस्टेट, अवधपुरी, विनय नगर, श्याम नगर, सुभाष नगर, बोदला सिकंदरा रोड पर जलनिगम की निर्माण इकाई और विश्व बैंक इकाई द्वारा की गई खोदाई के बाद कीचड़ के कारण लोगों का पैदल निकलना मुश्किल हो गया।
मारुति एस्टेट-मानस नगर रोड पर गिरे स्कूटी सवार
मारुति एस्टेट से मानस नगर के बीच जलनिगम ने पानी और सीवर की लाइन बिछाई है। सड़क धंस जाने और बारिश में जलभराव हो जाने के कारण दो पहिया वाहन सवार इसमें गिर गए। अन्य वाहन चालकों ने उन्हें उठाया। दिनभर यहां ऐसे हादसे होते रहे, जिनमें कई लोग चोटिल हो गए।
जलनिगम पर हो कार्रवाई'
पार्षद शरद चौहान ने कहा कि बारिश के लिए हम मन्नतें मांगते हैं, लेकिन जलनिगम ने सड़कों को ऐसे खोदकर रख दिया है कि कीचड़ और गड्ढों के कारण लोग परेशान हो रहे हैं। मानसून में जब खोदाई पर रोक है तो कैसे सड़क खोदी गई। जलनिगम के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
'सप्ताहभर से जारी है खोदाई'
पार्षद मुकुल गर्ग ने कहा कि सप्ताहभर से प्रताप नगर, जयपुर हाउस, मानस नगर रोड पर खोदाई जारी है। अभी मानसून खत्म नहीं हुआ तो खोदाई किसके आदेश से की जा रही है। जब भारी बारिश का अलर्ट है तो खोदाई क्यों की गई।