पटना: अग्निपथ योजना को लेकर देशभर में प्रदर्शन हो रहा है. आंदोलन की आंच बिहार में सबसे ज्यादा है. अग्निपथ आंदोलन के दौरान बिहार में हुई हिंसक घटनाओं को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपने ही सहयोग से जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के नेतृत्व में चल रही सरकार पर अंगुली उठाई थी. इसे लेकर अब जेडीयू के उपेंद्र कुशवाहा का बयान आया है.
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि अग्निपथ योजना को लागू करने से पहले जेडीयू से राय नहीं ली गई थी. उन्होंने कहा कि जायज यही है कि केंद्र सरकार छात्रों से बात करे और उनकी मांगों पर गौर करे. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि छात्र-नौजवान हमसे कोई आश्वासन चाहेंगे तो हम कैसे दे पाएंगे. हम इस स्थिति में नहीं हैं कि छात्रों को कोई आश्वासन दे पाएं.
उन्होंने कहा कि इस योजना के संबंध में किसी को जानकारी नहीं थी. किसी के साथ विचार-विमर्श नहीं किया गया, यही सच है. जेडीयू नेता ने कहा कि अपनी पार्टी के सहयोगी दल को नसीहत भी दी और कहा कि केंद्र सरकार अग्निपथ योजना को लेकर युवाओं की आशंकाएं दूर करे. उन्होंने हिंसा को लेकर कहा कि कभी ऐसा मुद्दा रहता है जिसे लेकर जनता का आक्रोश फूट पड़ता है तो इस तरह की छिटपुट घटनाएं हो ही जाती हैं.
जेडीयू नेता ने ये भी कहा कि अगर बीजेपी विपक्ष में होती तो वे भी यही करते. उन्होंने कहा कि हमने पहले जो कहा था, हम अभी भी उसी पर कायम है. योजना के विरोध में जो छात्र-नौजवान सड़क पर आ गए हैं, उनके गुस्से का कारण क्या है? उनकी आशंकाएं क्या हैं? इन सबको लेकर बात की जानी चाहिए. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि भारत सरकार को ये सब देखते हुए आगे बढ़ना चाहिए.
उन्होंने कहा कि अगर सियासी दल आंदोलन करते हैं तो वो भी उग्र हो जाता है. उग्रता हो जाती है. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि उग्र आंदोलन की इजाजत किसी को नहीं दी जा सकती. जो छिटपुट घटनाएं हुई हैं, उनको लेकर स्थानीय प्रशासन सक्रिय है. जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं. गौरतलब है कि बिहार में कई जगह हिंसक प्रदर्शन को लेकर बीजेपी ने नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार को घेरा था.