सुरक्षा में चूक के बाद पीएम नरेंद्र मोदी की पंजाब में आज पहली रैली, चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा कड़ी, परिंदा भी नहीं मार सकेगा पर
किसानों ने किया विरोध का ऐलान। स्वास्थ्य विभाग ने माहिर डॉक्टरों की टीम के अलावा हाईटेक एंबुलेंस भी आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार रखी है।
नई दिल्ली: पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 में बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने खुद ही मोर्चा संभाल लिया है. मोदी ने अगले तीन दिनों में तबड़तोड़ रैलियां करके पंजाब की सियासी फिजा को बीजेपी की तरफ मोड़ने के लिए बीड़ा उठाया है. वहीं, दूसरी तरफ किसानों ने मोदी के विरोध की धमकी दे रखी है. इससे पहले सुरक्षा चूक के चलते मोदी की रैली पंजाब में नहीं हो सकी थी. सवा महीने के बाद फिर मोदी पहुंच रहे हैं, जिसके चलते सभी की निगाहें पंजाब रैली पर हैं.
सुरक्षा चूक के बाद पंजाब में पीएम की रैली
बता दें कि पीएम मोदी 5 जनवरी को फिरोजपुर में बीजेपी की होने वाली रैली में नहीं जा पाए थे. खराब मौसम को इसकी वजह बताया गया था. साथ ही, रास्ते में किसानों ने उनका काफिला भी रोक दिया था, जिसके बाद पीएम की सुरक्षा में चूका बड़ा सियासी विवाद खड़ा हो गया था. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पीएम की सुरक्षा चूक की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस इंदु मल्होत्रा की अध्यक्षता में 12 जनवरी को समिति गठित की और इसे पीएम की सुरक्षा में बड़ी चूक करार दिया था.
सुरक्षा में चूक की घटना के बाद पीएम मोदी का यह पहला पंजाब दौरा है. मालवा के जालंधर में पीएम मोदी अपनी पहली फिजिकल रैली को संबोधित करेंगे. इससे पहले आठ फरवरी को पहली वर्चुअल रैली संबोधित की थी. वहीं, संयुक्त किसान मोर्चे ने एक बार फिर पीएम मोदी के पंजाब दौरे का विरोध करने का फैसला लिया है.
किसानों के विरोध के क्या हैं मुद्दे
संयुक्त किसान मोर्चा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे का राज्य भर में विरोध करने का ऐलान कर दिया है. भारतीय किसान यूनियन, राजेवाल की जिला इकाई के मुख्य वक्ता जत्थेदार कश्मीर सिंह जंडियाला ने कहा कि पीएम के पंजाब पहुंचने पर उनका घेराव किया जाएगा. किसान एमएसपी पर वादाखिलाफी, लखीमपुर हिंसा मामले में बीजेपी नेता अजय मिश्रा टेनी पर कोई कारवाई न होने और बेटे आशीष मिश्रा को जमानत मिलने का विरोध कर रहे हैं.
हालांकि, बीजेपी को उम्मीद है कि इस बार पीएम की रैली में दिक्कत नहीं आएगी. आदमपुर से जालंधर पीएपी तक चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात कर दी गई है. तीन स्तरों पर सुरक्षा की गई है. प्रधानमंत्री को आदमपुर एयरफोर्स स्टेशन से पीएपी ग्राउंड तक हेलीकॉप्टर से आना है.
एयरपोर्ट से पीएपी ग्राउंड तक सड़क मार्ग पर भी सुरक्षा का पूरा प्रबंध किया गया है. अगर किसी स्थिति में पीएम को सड़क मार्ग से आना पड़ता है तो संभावित रूट प्लान, डायवर्जन और सुरक्षा व्यवस्था की गई है. पहले पंजाब पुलिस, उसके साथ बीएसएफ, सीआरपीएफ व कमांडो दस्ते तैनात हैं. डॉग स्क्वायड, बम स्क्वायड, दंगा रोधी दस्ता भी तैनात की गई. पुलिस की सीसीटीवी वैन पीएम के रूट के हर तरफ मौजूद रहेंगी.
पीएम मोदी का पंजाब दौरा
प्रधानमंत्री मोदी 14 फरवरी को जालंधर में पहली जनसभा को संबोधित करेंगे. इसके बाद 16 फरवरी को दूसरी जनसभा पठानकोट में और 17 फरवरी को अबोहर में तीसरी जनसभा को संबोधित करेंगे. इन रैलियों से पंजाब के मालवा, दोआबा और माझा क्षेत्र को साधने की रणनीति बनाई है. पीएम मोदी की तीन रैलियों से पंजाब के तीन ही इलाकों में रैली कराने की रूप रेखा बनाई गई है.
65 सीटों पर बीजेपी कैंडिडेट
पंजाब की 117 सीटों पर बीजेपी इस बार 65 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि सहयोगी अमरिंदर सिंह की पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस 37 सीट पर चुनाव लड़ रही है. सुखदेव सिंह ढींढसा की पार्टी शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) भी 15 सीट पर चुनाव लड़ रही है. पीएम मोदी पर जिम्मेदारी है इन 117 सीटों पर बीजेपी गठबंधन को जीत दिलाने की. पंजाब में वोटिंग 20 फरवरी को होनी है और नतीजे 10 मार्च को आएंगे.