रैली के बाद अब 13 अक्टूबर से रोड शो पर निकलेंगे दुष्यंत चौटाला

Update: 2023-09-29 11:07 GMT
चंडीगढ़। राजस्थान में इस साल के अंत में प्रस्तावित विधानसभा चुनावों को लेकर जननायक जनता पार्टी ने कमर कस ली है। 25 सितंबर को पूर्व उपप्रधानमंत्री चौ. देवीलाल की जयंती पर सीकर में रैली करने के बाद उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला राजस्थान के आठ विधानसभा क्षेत्रों में अब रोड शो करेंगे। इस रोड शो को लेकर 8 अक्टूबर को पार्टी की एक बैठक जयपुर में रखी गई है। दुष्यंत चौटाला 13 अक्टूबर को नोहर, सूरतगढ़, दाता रामगढ़, जयपुर ग्रामीण, नवलगढ़, फतेहपुर, कोटपूतली, भरतपुर में रोड शो करेंगे। उल्लेखनीय है कि राजस्थान में इस साल दिसंबर माह में विधानसभा के चुनाव हैं।
राजस्थान में 200 विधानसभा सीटों में से जजपा 25 से 30 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। जजपा का फोकस नोहर, सूरतगढ़, दाता रामगढ़, जयपुर ग्रामीण, नवलगढ़, फतेहपुर, कोटपूतली, भरतपुर पर खास रहेगा। इनमें से नोहर एवं दाता रामगढ़ से डा. अजय चौटाला पहले विधायक रह चुके हैं। इसी प्रकार से साल 1989 में चौ. देवीलाल सीकर लोकसभा सीट से सांसद चुने गए थे और उसके बाद उन्हें प्रधानमंत्री पद के लिए नेता चुना गया था। चौ. देवीलाल ने प्रधानमंत्री का ताज वी.पी. सिंह के सिर पर रखा और वे खुद उप प्रधानमंत्री बने। वैसे भी राजस्थान में चौ. देवीलाल परिवार की रिश्तेेदारियां भी रही हैं और चौ. देवीलाल के अलावा चौ. ओमप्रकाश चौटाला की पार्टियां भी विधानसभा के चुनाव लड़ चुकी हैं। खास बात यह है कि दुष्यंत अक्तूबर में जहां रोड शो निकालेंगे तो वहीं वे अब राजस्थान के विधानसभा चुनावों तक वहीं सक्रिय रहेंगे। राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि जजपा मजबूती के साथ राजस्थान का चुनाव लड़ना चाहती है।
गौरतलब है कि 9 दिसंबर 2018 को अजय चौटाला व दुष्यंत चौटाला ने जींद में एक रैली करते हुए जननायक जनता पार्टी का गठन किया था। पार्टी गठन के एक माह के भीतर जींद का उपचुनाव जजपा ने दमखम के साथ लड़ा और करीब 37 हजार वोट प्राप्त किए। इसके बाद मई 2019 में जजपा ने हरियाणा की सभी 10 संसदीय सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे तो अक्तूबर 2019 के विधानसभा चुनावों में 15 फीसदी वोट के साथ 10 सीटों पर जीत हासिल की और इस जीत के बाद से ही जजपा उत्साहित नजर आ रही है और यही वजह है कि इसी उत्साह के चलते अब पार्टी राजस्थान की ओर फोकस कर रही है।
राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि राजस्थान में चुनावी ताल ठोकने की मुख्य वजह यह भी है कि जजपा का लक्ष्य राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल करना है। इसीलिए पार्टी के शीर्ष नेता उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, उनके पिता अजय चौटाला और भाई दिग्विजय चौटाला समेत कई अन्य नेताओं की राजस्थान में राजनीतिक गतिविधियां देखने को मिल रही हैं। राजस्थान में चौटाला परिवार के काफी पुराने रिश्ते हैं और जजपा इसी प्रयास में है कि परिवार के इन पुराने रिश्तों को जोडक़र राजनीतिक जमीन मजबूत की जाए। यही कारण है कि दुष्यंत चौटाला नागौर जिले के खरनाल में वीर तेजा जी का भव्य मंदिर बनवा रहे हैं और राजस्थान के जाटों में वीर तेजा जी को लेकर बहुत श्रद्धा है। यहां उन्होंने मंदिर के लिए 6 करोड़ की राशि और एक गाड़ी दान की थी।
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