गुजरात के मुंद्रा पोर्ट से बरामद हुई 3 हजार किलो कथित ड्रग्स मामले में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने एक अफगानी को गिरफ्तार किया है. इसके पहले इस मामले में सात अन्य लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. गिरफ्तार अफगानी पर आरोप है कि अफगानिस्तान से इस मादक पदार्थ को मंगाने में उसकी भी अहम भूमिका थी. नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के एक अधिकारी ने बताया की मुंद्रा पोर्ट ड्रग्स मामले की जांच के दौरान आज दक्षिण दिल्ली के नेब सराय में रह रहे अफगानी नागरिक 28 वर्षीय शोभन आर्यफर को गिरफ्तार किया गया. एनआईए को इस मामले की जांच के दौरान यह पता चला था कि शोभन मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल था और उसे इस मादक पदार्थ की खेप की बाबत भी पता था और इस पूरे षडयंत्र में उसका महत्वपूर्ण रोल भी था. नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने इस मामले में इसके पहले नेब सराय समेत अनेक जगहों पर छापेमारी भी की थी.
ध्यान रहे कि मुंद्रा पोर्ट ट्रस्ट पर डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस यानी डीआरआई ने ईरान के अब्बास बंदरगाह से आए कंटेनर की तलाशी ली थी और इस तलाशी के दौरान उसमें लगभग 3000 किलो मादक पदार्थ की बरामदगी का दावा किया गया था. यह भी आरोप था कि यह मादक पदार्थ टेलकम पाउडर की आड़ में छुपा कर लाया जा रहा था. मामले की जांच के दौरान इसके तार अफगानिस्तान से जुड़े और पता चला कि यह मादक पदार्थ अफगानिस्तान से पाकिस्तान और फिर इरान से होता हुआ गुजरात तक पहुंचा था.
केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने अफगानिस्तान में तालिबान का शासन आने के फौरन बाद इस बात की आशंका जाहिर कर दी थी कि अब अफगानिस्तान मादक पदार्थों की स्मगलिंग बड़े पैमाने पर करेगा क्योंकि उसके पास खर्चा चलाने के लिए रकम नहीं होगी. इस स्मगलिंग के लिए वह भारत को मुख्य रूप से प्रयोग करेगा. इस मामले को लेकर काफी हंगामा भी मचा था जिसके चलते इस मामले की जांच एनआईए को सौंपी गई थी. फिलहाल एनआईए ने इस मामले में अफगान नागरिक शोभन को गिरफ्तार किया है और उससे पूछताछ जारी है.