चला प्रशासन का बुलडोजर: मस्जिद को भी तोड़ा गया, भारी पुलिस फोर्स की तैनाती

230 से अधिक मकानों को तोड़ने का काम.

Update: 2025-01-11 12:31 GMT
फोटो: सोशल मीडिया
उज्जैन: उज्जैन में महाकाल मंदिर के समीप बनी बेगमबाग कॉलोनी के 230 से अधिक मकानों को ध्वस्त करने की कार्रवाई की गई. प्रशासन और पुलिस की देखरेख में यहां के धर्म स्थल तकिया मस्जिद को भी तोड़ दिया गया. हालांकि, इस दौरान हल्का विरोध भी देखने को मिला.
बताया जा रहा है कि कुछ लोगों ने यहां पथराव करने का प्रयास किया था, लेकिन पुलिस बल ने तत्काल ही हालात पर काबू पा लिया और ये कार्रवाई सतत चलती रही. हालांकि, प्रशासन ने इस बात की पुष्टि नहीं की. लेकिन पुलिस का कहना था कि यदि ऐसी घटना हुई है, तो कार्रवाई की जाएगी.
बेगमबाग कॉलोनी में शनिवार दोपहर 3 बजे तक क्षेत्र के 100 मकानों को जमींदोज कर दिया गया था. एडीएम और महाकाल मंदिर के प्रभारी प्रशासक ने बताया कि इस कार्रवाई को पूरा होने में एक से दो दिन का समय लगेगा. अभी तक शांतिप्रिय तरीके से कार्रवाई जारी है. लोग खुद भी इसमें प्रशासन का सहयोग कर अपने मकानों को खाली कर रहे हैं.
दरअसल, महाकाल मंदिर क्षेत्र के विस्तारीकरण और सौंदर्यीकरण की राह में आड़े आ रहे बेगमबाग कॉलोनी की बेशकीमती जमीन मिलने की बड़ी अड़चन अब दूर हो गई. ये मामला मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय तक गया, जहां न्यायालय ने कॉलोनी वालों की अपील खारिज कर दी थी, लेकिन निचली अदालतों में केस लंबित होने की वजह से प्रशासन कब्जा नहीं ले पा रहा था. अब वहां से भी प्रशासन के पक्ष में फैसला आने के बाद जिला प्रशासन ने नगर निगम और पुलिस को साथ लेकर तुरंत कार्रवाई का मन बनाया.
बीती शाम इसके लिए क्षेत्र में मुनादी करवाई गई और लोगों को घर खाली करने की अंतिम सूचना दी गई. शनिवार को सुबह प्रशासनिक अमले की मौजूदगी में नगर निगम रिमूवल गैंग ने मकानों पर जेसीबी और अन्य मशीनों से प्रहार शुरू किया.
देखते ही देखते सीमेंट कंक्रीट से तने मकान ताश के पत्ते की तरह ढहने लगे. जिला प्रशासन की टीम ने मकानों के साथ-साथ यहां अवैध रूप से बनाए गए धर्मस्थल को भी तोड़ दिया. हल्के विरोध के बीच निगम अमले ने अपनी कार्रवाई को अंजाम दिया.
मामले में प्रभावितों का कहना था कि उन्हें मकान खाली करने के लिए मोहलत भी नहीं दी गई. मुआवजा भी एक रुपए के दस पैसे बराबर ही मिला. दो दिन से हमारे बच्चे भूखे हैं, उन्हें दूसरों के मकानों में छोड़कर आए हैं. हमें रात को आठ बजे नोटिस थमाए गए, उससे पहले किसी तरह की कोई सूचना नहीं दी गई. लोगों का कहना था कि यहां रहते हुए 20 से 25 साल बीत चुके हैं.
बता दें कि प्रसिद्ध ज्योर्तिंलिंग श्री महाकालेश्वर मंदिर में महाकाल लोक विस्तारीकरण को लेकर ये बड़ी कार्रवाई की गई है. यहां निगम की 6 जेसीबी, 6 पोकलेन और अतिक्रमण हटाने वाली टीम के 50 से ज्यादा कर्मचारी लगाए गए थे. साथ ही करीब 10 मजिस्ट्रेट अधिकारी, 250 से अधिक का पुलिस बल कार्रवाई में मौजूद था.
तकिया मस्जिद के आसपास बसी कॉलोनी में कुल 257 मकानों पर कार्रवाई की जानी है. इनमें से कुछ मकानों का मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है. इसके अलावा बाकी मकानों पर कार्रवाई के लिए अनुमति मिल चुकी है. मामले में मकान मालिकों को शासन के नियमानुसार मुआवजा भी मिल चुका है. इनमें अभी कोर्ट केस वाले लोगों को ही मुआवजा नहीं मिला है.
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