संपत्ति मामले में प्रशासन एक्टिव मोड में, जेल में बंद विधायक से ED ने की पूछताछ
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उत्तर प्रदेश के आगरा सेंट्रल जेल में बंद भदोही की ज्ञानपुर विधानसभा सीट के बाहुबली विधायक विजय मिश्रा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. मनी लांड्रिंग के केस में प्रवर्तन निदेशालय जल्द विधायक की आपराधिक वर्चस्व के बूते अर्जित अचल संपत्ति शिंकजा कसेगी. दरअसल, करीब दो से तीन दिन पहले ED ने जेल में विधायक से कड़ी पूछताछ की. इसमें ईडी को महत्वपूर्ण जानकारियां हाथ लगी हैं. माना जा रहा है कि जल्द ही विधायक की प्रॉपर्टी को अटैच किया जा सकता है.
बता दें, लम्बे वक्त से विजय मिश्रा आगरा की सेंट्रल जेल में बंद हैं. मिश्रा पर कई तरह के आपराधिक मामले भी दर्ज हैं. वहीं आय से अधिक संपत्ति के मामले में भी प्रशासन उनके खिलाफ कार्यवाई कर चुका है. इस आधार पर ही जिला पुलिस के मुकदमे पर संज्ञान लेते हुए ED मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल से मिश्रा पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. इस कार्रवाई के साथ ही जल्द विजय मिश्रा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
वहीं, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही ईडी और आईटी के निशाने पर बड़े माफिया आ गए हैं. माफिया अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने विजय मिश्रा पर कानूनी शिकंजा कसा है.
सबसे खास बात यह है कि 2001 के चुनाव में मिश्रा खुद तो जीते साथ ही 4 सीटों पर दूसरों को भी जितवाया. विजय मिश्रा पहले दो बार सपा की टिकट पर विधायक रह चुके हैं. फिलहाल वह निर्दलीय विधायक हैं. इनकी बेटी भी साल 2014 का लोकसभा चुनाव लड़ चुकी है. बहुचर्चित नंद गोपाल नंदी की हत्या की साजिश रचने का आरोप भी विजय मिश्रा पर लग चुका है. बीते कुछ सालों पहले दिल्ली पुलिस ने भी विजय मिश्रा को दिल्ली से पकड़ा था, जहां विजय मिश्रा भेष बदलकर रह रहा था.
2017 के चुनाव में जो शपथ पत्र दाखिल किया गया था, उसके मुताबिक, इनपर हत्या, हत्या के प्रयास और आपराधिक साजिश रचने जैसे गंभीर आरोपों वाले 16 मुकदमे थे. विधायक का भदोही जिले में काफी रसूख माना जाता है.