शिवपुरी। शिवपुरी जिले की नरवर थाना पुलिस ने वरखाड़ी गांव के रहने वाले दो युवकों के साथ समुदाय विशेष के लोगों द्वारा अमानवीय व्यवहार किए जाने की घटना सामने आई है। पुलिस ने सात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इनमें दो महिलायें भी शामिल हैं। पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्त्तार कर लिया है जबकि एक आरोपी फरार है। मध्य प्रदेश में यह घटना ऐसे वक्त में सामने आई है जब सूबे के सीधी जिले में एक आदिवासी युवक पर पेशाब करने की घटना को लेकर लोगों में आक्रोश है। पुलिस ने बुधवार को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और उसके पिता के घर के एक हिस्से को ध्वस्त कर दिया।
बताया जाता है कि दो दिन पहले वरखाड़ी गांव में समुदाय विशेष के लोगों ने अनुज जाटव और संतोष केवट नाम के दो युवकों को लड़कियों की छेड़खानी करने के आरोप में पकड़ लिया था। आरोपियों ने इन युवाओं के साथ अमानवीय व्यवहार करते हुए दोनों को पीटा फिर इनके गले में चप्पलों की माला पहना दी। आरोपी इतने पर भी नहीं रुके। आरोपियों ने इन युवकों के मुंह में मल (मैला) भर दिया। यही नहीं युवकों के कपड़ों पर भी मल लगा लगा दिया था। इसके बाद दोनों युवकों का जुलुस निकाला था।
पुलिस ने दोनों युवकों के साथ किए गए अमानवीय व्यवहार और उनके साथ मारपीट करने के आरोप में अल्पसंख्यक समुदाय के सात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। एसपी रघुवंश सिंह भदोरिया ने बताया कि पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस ने वरखाड़ी गांव के रहने वाले अजमत खान, वकील खान, आरिफ खान, शाहिद खान, इस्लाम खान, रहीशा बानों, साइना बानों के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज किया है। एक आरोपी वकील खान को छोड़कर सभी आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्त्तार कर लिया है। फरार वकील खान की तलाश में पुलिस जुटी हुई है।
बताया जा रहा है कि आरोपियों ने दलित युवक अनुज जाटव और संतोष केवट के मुंह पर कालिख पोतने के साथ चप्पलों की माला पहनाकर करीब 3 किलोमीटर तक जुलूस निकालकर घुमाया। पीड़ितों के भाई जयचंद जाटव ने समाज के बड़े बुर्जुगों को साथ लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन दिया। पीड़ितों के परिजनों ने मांग की कि आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। पीड़ितों का कहना है कि जमीन के विवाद को लेकर उन्हें घर बुलाया गया था। समुदाय विशेष के लोगों ने घर बुलाकर दोनों को बेइज्जत किया और उन पर मल पोत दिया। सूबे में लगातार हुई इस दूसरी अमानवीय घटना से लोगों में आक्रोश है।