भोपाल (आईएएनएस)| मध्य प्रदेश में वाणिज्यिक कर विभाग की कर चोरी करने वालों पर पैनी नजर है। यही कारण है कि कर चोरी करने वालों की पहचान होने पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। राज्य में वाणिज्यिक कर विभाग द्वारा जी.एस.टी. पोर्टल एवं अन्य डेटाबेस, डाटा कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में डाटा साइंस एवं डाटा माइनिंग की आधुनिक तकनीक, टैक्स रिसर्च एंड एनालिसिस विंग के विश्लेषण तथा आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का उपयोग करते हुए कर चोरी के प्रकरणों की पहचान कर कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
आधिकारिक ब्यौरे में बताया गया है कि माह जनवरी, 2023 में इवेजनप्रोन कमोडिटी आयरन एंड स्टील, आयरन-मेटल स्क्रेप, पान मसाला, इलेक्ट्रॉनिक, तिल्ली एवं सोयाबीन आदि से संबंधित कर अपवंचन में संलग्न 34 करदाताओं पर छापे की कार्यवाही में प्राथमिक रूप से लगभग 15 करोड़ 71 लाख रुपए का कर अपवंचन पाया गया। विभाग द्वारा मौके पर कर एवं शास्ति के रूप में 13 करोड़ 88 लाख रुपये जमा कराये गये।
बताया गया है कि, ऐसे अपंजीयत व्यवसाई जिनका टर्नओवर कर दायित्व सीमा से अधिक है, के बारे में अधिकारिक तौर पर एवं गोपनीय रूप से जानकारी एकत्रित की जा रही है। बड़े स्तर पर व्यवसाय कर रहे हैं, और जीएसटी पंजीयन नहीं करवाने वाले व्यवसाइयों पर भी कार्यवाही की जाकर, उनसे देय कर जमा कराया जा रहा है।
मध्यप्रदेश माल और सेवा कर अधिनियम, 2017 के तहत चलित वाहनों की जांच (मोबाईल चेकिंग) के अंतर्गत माह जनवरी, 2023 में संभाग और वृत्तों में पदस्थ अधिकारियों को कार्यवाही के अधिकार पत्र दिए गए। मुख्यत: कर अपवंचन वाली वस्तुओं जैसे- पान मसाला, आयरन एंड स्टील, आयरन स्क्रेप एवं परचून आदि को चिन्हित कर विशेष कार्यवाहियां की गई। कर अपवंचन में संलिप्त, माल परिवहन करने वाले 299 वाहनों से कर एवं शास्ति के रूप में राशि चार करोड़ 80 लाख रुपए जमा कराये गये।