307 में वांटेड था आरोपी, पुलिस लगातार खोज रही थी, इधर बीजेपी में हो गया शामिल
मेरठ में जानलेवा हमले के वांछित जिला पंचायत सदस्य अरुण चौधरी ने भाजपा का दामन थाम लिया। बागपत रोड स्थित भाजपा के क्षेत्रीय कार्यालय पर अरुण को पार्टी की सदस्यता दिलाई गई। कार्यक्रम में सांसद राजेंद्र अग्रवाल, विधायक दिनेश खटीक समेत अन्य नेता मौजूद रहे। अरुण पर मुकदमा दर्ज होते ही भाजपा नेताओं ने उसे संरक्षण में ले लिया था।
इंचौली थाना क्षेत्र के मसूरी गांव में जिला पंचायत सदस्य अरुण चौधरी ने 10 मई को भाजपा कार्यकर्ता इंद्रजीत पर हमला किया था। वह हाथ में पिस्टल लेकर उसके पीछे दौड़ रहा था। पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। पीड़ित ने अरुण चौधरी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।
मुकदमा दर्ज होते ही भाजपा नेताओं ने अरुण पर डोरे डालने शुरू कर दिए। जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में अरुण से वोट लेना भाजपा नेताओं के सामने चुनौती थी, क्योंकि अरुण बसपा समर्थित था। अरुण भाजपा नेताओं के पास छिपा था। अमर उजाला ने 'अब अरुण भाजपा में शामिल हो सकते हैं' शीर्षक से खबर भी प्रकाशित की थी। बुधवार को अरुण भाजपा में शामिल हो भी गए और पुलिस को खबर तक नहीं लगी।
कुर्की वारंट की तैयारी
अरुण का गिरफ्तारी वारंट पुलिस ने लिया हुआ है। अब कुर्की वारंट भी लेने की तैयारी है। सवाल उठता है कि वांटेड की वोट कैसे डलेगी या फिर सपा सरकार की तरह भाजपा वांटेड की वोट डलवाने में कामयाब होगी। क्योंकि सपा सरकार में भी जेल में बंद योगेश भदौड़ा की वांटेड पत्नी सुमन की वोट भी जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में डलवाई गई थी।
ये चुनावी मुकदमे हैं, अगर 307 का मुकदमा दर्ज है तो पुलिस इसकी जांच करेगी। - राजेंद्र अग्रवाल, सांसद
नामजद जिला पंचायत सदस्य अरुण चौधरी किसी पार्टी में शामिल हुआ है। इसकी पुलिस को जानकारी नहीं है। आईपीसी के तहत पुलिस कार्रवाई करेगी। नामजद आरोपी किस पार्टी में है, इससे पुलिस का कोई लेना देना नहीं है। - अजय साहनी, एसएसपी