जम्मू-कश्मीर विधान परिषद के पूर्व सदस्य और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता त्रिलोचन सिंह वजीर की हत्या के आरोप में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने रविवार को एक और आरोपी हरमीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस इस मामले में दो आरोपियों राजू गंजा और बलबीर उर्फ बिल्ला को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। वजीर हत्याकांड की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच और स्पेशल सेल की टीमें कई दिन से वारदात के दो प्रमुख संदिग्धों हरप्रीत सिंह और हरमीत की तलाश में जुटी थी। हरप्रीत सिंह और हरमीत सिंह का पता लगाने के लिए जांच टीम अमृतसर और जम्मू भेजी गई थीं।
इससे पहले राजू की गिरफ्तारी के बाद एडिशनल डीसीपी (पश्चिम दिल्ली) प्रशांत गौतम ने बताया था कि अभी तक की जांच में सामने आया है कि हरप्रीत ही इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड था और वही सारी योजना बना रहा था। इनकी लगभग 45 दिन से योजना चल रही थी कि वो वजीर को दिल्ली बुलाकर खत्म कर देंगे। इस साजिश में राजू गंजा भी पूरी तरह शामिल था। पहले वो मुंबई में ड्राइवर का काम करता था, 14 अगस्त को आ गया और हरप्रीत के साथ ही रहता था। इन 4 लोगों ने योजना बनाकर त्रिलोचन सिंह वजीर की हत्या की। हरमीत भी हरप्रीत के घर ही रह रहा था। उसकी अभी की स्टेटमेंट से हरमीत ने ही गोली चलाई थी।
राजू ने पुलिस को बताया था कि हत्याकांड में कुल 4 लोग शामिल थे और चौथे आरोपी का नाम बिल्लू है। उसने बताया था कि हत्या 3 सितंबर को 9-10 बजे के बीच हुई थी और हत्या से पहले वजीर को खाने में नशे की दवा मिलाकर दी गई थी।
गौरतलब है कि 67 वर्षीय त्रिलोचन सिंह वजीर का शव 9 सितंबर को बसई दारापुर इलाके में फ्लैट के वॉशरूम में सड़ी-गली अवस्था में मिला था। उनके सिर पर प्लास्टिक लपेटा गया था। उनकी जान-पहचान वाले हरप्रीत सिंह (31) ने यह फ्लैट किराये पर लिया था। पुलिस ने बताया कि वजीर दो सितंबर को दिल्ली आए थे और तब से हरप्रीत सिंह और उसके दोस्त हरमीत सिंह के साथ रह रहे थे। हरप्रीत और हरमीत दोनों फरार हैं और उनका पता लगाने के लिए कई टीमों का गठन किया गया है।