आप नेताओं ने नहीं किया नियमों का पालन, जाम किया ट्रैफिक: दिल्ली पुलिस

Update: 2023-02-26 11:04 GMT
नई दिल्ली (आईएएनएस)| दिल्ली पुलिस ने रविवार को कहा कि सीआरपीसी की धारा 144 लागू होने के बावजूद आप कार्यकर्ताओं और नेताओं ने विरोध प्रदर्शन करते हुए यातायात को बाधित किया। जिसके कारण उन्हें यातायात के सुचारू संचालन के लिए महिलाओं सहित लगभग 50 लोगों को हिरासत में लेना पड़ा। पुलिस ने कहा कि प्रदर्शनकारी केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के मुख्यालय की ओर जाने की कोशिश कर रहे थे और अनुरोध के बावजूद वे नहीं हट रहे थे। सभी हिरासत में लिए गए लोगों को फतेहपुर बेरी थाने ले जाया गया। दिल्ली पुलिस ने अवांछित भीड़ से बचने के लिए सीबीआई मुख्यालय के पास धारा 144 सीआरपीसी लगाई। पुलिस ने पुष्टि की कि हिरासत में लिए गए 50 लोगों में 42 पुरुष और आठ महिलाएं शामिल हैं।
पुलिस ने कहा कि सांसद संजय सिह, त्रिलोक पुरी से विधायक रोहित कुमार महरौलिया, संगम विहार से विधायक दिनेश मोहनिया, कोंडली से विधायक कुलदीप सिंह, रोहताश नागर से पूर्व विधायक सरिता सिंह और मंत्री गोपाल राय को अन्य लोगों के साथ हिरासत में लिया गया है।
दिल्ली आबकारी नीति घोटाले के सिलसिले में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की पूछताछ से पहले आप कार्यकर्ता अपनी ताकत दिखाने के लिए सिसोदिया के घर और सीबीआई मुख्यालय के बाहर एकत्र हुए थे।
पुलिस ने कहा कि आज डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को लोधी रोड इलाके में सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थिति सीबीआई मुख्यालय में तलब किया गया। एसबी (विशेष शाखा) के इनपुट और स्थानीय खुफिया जानकारी के अनुसार, सीजीओ में आप के समर्थकों, मतदाताओं और नेताओं के एक बड़े जमावड़े की आशंका थी। जिसके चलते वहां पर कर्मचारियों की पर्याप्त तैनाती के साथ इस तरह की समुचित व्यवस्था शनिवार रात से ही थी।
अधिकारी ने कहा कि सीजीओ कॉम्प्लेक्स के पास लोधी रोड धरना पर आप पार्टी के कुछ नेता और समर्थक बैरिकेड पार करने और सीबीआई मुख्यालय के पास विरोध करने के इरादे से इकट्ठा हुए थे। उन्हें रोक दिया गया और बैरिकेड्स पार नहीं करने दिया गया। पुलिस ने बताया कि इसके बाद वे मुख्य सड़क पर बैठ गए और यातायात बाधित करने लगे।
पुलिस ने कहा कि शुरू में उन्होंने आप नेताओं और कार्यकर्ताओं से जगह खाली करने का अनुरोध किया, लेकिन वे बैठे रहे और नारेबाजी करते रहे। पुलिस ने आगे कहा कि इसके बाद हमारे पास उन्हें हिरासत में लेने और यातायात के सुचारू संचालन के लिए वहां से ले जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं था।
गौरतलब है कि बीते साल 22 अक्टूबर को राष्ट्रीय राजधानी में भी ऐसी ही स्थिति देखी गई थी जब सिसोदिया को पहली बार जांच में शामिल होने के लिए बुलाया गया था। उस समय आप नेताओं के विरोध के कारण पुलिस को कानून व्यवस्था की स्थिति से निपटने में कठिनाई का सामना करना पड़ा था।
इस बार पुलिस ने पहले से ही बंदोबस्त कर रखा था क्योंकि उन्हें सूचना मिली थी कि आप कार्यकर्ता फिर से दिल्ली की सड़कों पर, खासकर सीबीआई मुख्यालय के पास हंगामा करेंगे। सिसोदिया से फिलहाल पूछताछ जारी है। वह सुबह करीब 11.10 बजे जांच में शामिल हुए।
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