भारत में कोरोना के नए वेरिएंट के कुल 855 मामले, यूके के 807, दक्षिण अफ्रीका के 47 और 1 ब्राज़ीलियन वेरिएंट के केस

Update: 2021-03-30 12:19 GMT

भारत में नए वेरिएंट के कुल 855 मामले...केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि भारत में यूके के 807 वेरिएंट, दक्षिण अफ्रीका के 47 वेरिएंट और 1 ब्राज़ीलियन वेरिएंट के केस मिले हैं...

नई दिल्ली. स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) ने मंगलवार को बताया कि देश में 10 जिले ऐसे हैं जहां पर कोरोना वायरस के एक्टिव मामले (Coronavirus Active Cases) सबसे ज्यादा हैं. इन 10 में से 8 जिले महाराष्ट्र के हैं. स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि पुणे, मुंबई, नागपुर, ठाणे, नाशिक, औरंगाबाद, बेंगलुरु शहरी, नांदेड़, दिल्ली और अहमदनगर में सबसे ज्यादा एक्टिव केस हैं. राजेश भूषण ने बताया कि देश में साप्ताहिक पॉजिविटी रेट 5.65% है. महाराष्ट्र का साप्ताहिक औसत 23% है, पंजाब का साप्ताहिक औसत 8.82%, छत्तीसगढ़ का 8%, मध्य प्रदेश का 7.82%, तमिलनाडु का 2.50%, कर्नाटक का 2.45%, गुजरात का 2.2% और दिल्ली का 2.04% है.
स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि हमने इन राज्यों के प्रतिनिधियों से बातचीत की है. हमने उन्हें बताया है कि मामलों की संख्या बढ़ते पर वह टेस्ट की संख्या में इजाफा क्यों नहीं कर रहे हैं. भूषण ने कहा कि ये जरूरी है कि मामलों की संख्या बढ़ने पर आरटी-पीसीआर टेस्ट की संख्या बढ़ाने पर ध्यान दिया जाए. रैपिड एंटिजेन टेस्ट अधिक जनसंख्या वाली जगहों पर स्क्रीनिंग टेस्ट करने के लिए उपयोगी हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि देश में कुल सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 5,40,720 हो गई है. यह 4% से ज्यादा है. देश में कोरोना वायरस से जान गंवा चुके लोगों की संख्या 1,62,000 पहुंच गई है. वहीं देश में रिकवरी रेट 94% पर है. 10 ज़िले जहां सक्रिय मामलों की संख्या सबसे ज्यादा है, उनमें से 8 ज़िले महाराष्ट्र के हैं. उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र में 3,37,928 सक्रिय मामले हैं. फरवरी के दूसरे सप्ताह में औसतन एक दिन में 3,000 नए मामले आते थे. आज एक दिन में 34,000 मामले आ रहे हैं. महाराष्ट्र में फरवरी के दूसरे सप्ताह में एक दिन में 32 मृत्यु होती थी, यह बढ़कर 118 हो गई है.
राजेश भूषण ने कहा कि पंजाब की पॉजिटिविटी रेट लगभग 9% है. इसका अर्थ यह है कि आप पर्याप्त संख्या में टेस्ट नहीं कर रहे हैं. जो लोग कोरोना पॉजिटिव हैं आप उन्हें न तो चिह्नित कर पा रहे हैं और ना ही आप उन्हें आइसोलेट कर पा रहे हैं.
राजेश भूषण ने कहा कि हमने पाया है कि कई राज्यों में आइसोलेशन नहीं किया जा रहा है. लोगों को अपने घर में आइसोलेट होने के लिए कहा जा रहा है. लेकिन अगर वे ऐसा कर रहे हैं तो इसे मॉनीटर करने की जरूरत है. अगर वे ऐसा नहीं कर सकते तो उन्हें संस्थागत तौर पर क्वारंटीन किया जाना चाहिए. दिल्ली में इसी तरह मामलों की संख्या पर काबू पाया गया था.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि देश में यूके वेरियंट के 807, साउथ अफ्रीकन वेरियंट के 47, ब्राजीलियन वेरियंट का 1 केस सामने आया है.
वहीं नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने कहा कि हम कुछ जिलों में तेजी से गंभीर और गहन स्थिति का सामना कर रहे हैं, लेकिन पूरा देश जोखिम में है. वायरस को रोकने और जीवन बचाने के सभी प्रयास किए जाने चाहिए.


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