मर्डर हो गया वो भी घर में लाइट जलाने को लेकर, अपने निकले कातिल

सबको गिरफ्तार किया गया।

Update: 2024-07-29 02:42 GMT

सांकेतिक तस्वीर

मुंबई: क्या आपने कभी सोचा है कि लाइट जलाने के झगड़े में किसी की जान जा सकती है। ऐसा हुआ है मुंबई में जहां, मुंबई में घर में लाइट जलाने को लेकर हुए विवाद के चलते 70 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई। इस मामले में मरने वाले के तीन रिश्तेदारों को गिरफ्तार किया गया है। मृतक अस्थमा का मरीज था और झगड़े के दौरान उसे दौरा पड़ गया। इसके बाद उसे हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। मामला पिढ़ौनी का है। पुलिस के मुताबिक यह सभी लोग जिस घर में रह रहे थे, उसको लेकर अक्सर झगड़ा होता रहता है। मरने वाले की पहचान सलीम इश्तियाक शेख के रूप में हुई है। वहीं, गिरफ्तार आरोपियों के नाम, यूनुस इश्तियाक शेख, सोहेल यूनुस शेख और अजीज जमील शेख हैं। इन लोगों को इदरीस इश्तियाक शेख की शिकायत पर गिरफ्तार किया गया है जो पेशे से एक टेलर हैं।
पुलिस के मुताबिक शेख परिवार का पिढ़ौनी की अलीजाला बिल्डिंग के तीसरे फ्लोर पर एक पैतृक घर है। इस घर में शिकायतकर्ता इदरीस शेख और उनके भाई यूनुस शेख अपने परिवारों के साथ रहते हैं। इदरीस की बहन के बच्चे भी वहीं रहते हैं। इसके अलावा इदरीस के भाई सलीम जो कि अहमदनगर के रहने वाले हैं, अपनी पत्नी के साथ अक्सर वहां आते रहते हैं। अस्थमा के मरीज सलीम का मुंबई में इलाज चल रहा था। पिछले दो दिनों से सलीम इस घर में रुके हुए थे।
घर को लेकर विवाद होने के नाते सभी फैमिली मेंबर्स परदे से पार्टीशन करके वहां रहते हैं। शुक्रवार रात सभी लोग सोने चले गए। रात करीब एक बजे सलीम अपने छोटे भाई यूनुस, उनकी पत्नी और बेटे सोहेल को गालियां देने लगे। उनका आरोप था कि यह लोग घर की लाइट जलाकर उन्हें डिस्टर्ब कर रहे हैं। मामला तब और बढ़ गया जब गुस्साए सलीम ने सोहेल को धक्का मार दिया। उन्होंने अपनी बहन के बेटे अजीज को भी थप्पड़ मारा जो मामले को शांत कराने आया था। इसके बाद यूनुस, सोहेल और अजीज ने कथित तौर पर सलीम के साथ मारपीट की।
यह मारपीट तब रुकी जब सलीम को सांस लेने में तकलीफ होने लगी। सलीम ने अपने अस्थमा पंप का इस्तेमाल किया, लेकिन इससे भी बहुत अधिक मदद नहीं मिली। इसके बाद उन्हें जेजे हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन एफआईआरी के मुताबिक इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। पिढ़ौनी थाने के एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक आरोपियों को पता था कि सलीम दमा के मरीज हैं। फिर भी उन्होंने उसके साथ मारपीट की, जिससे उनकी जान चली गई। इसीलिए इन सबको गिरफ्तार किया गया।
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