नालंदा: जैन धर्म के चौबीसवें तीर्थंकर भगवान महावीर का जन्म उत्सव जैन अनुयायी बड़ी धूमधाम से मनाते हैं। रविवार को भगवान महावीर की 2623वीं जन्मोत्सव पर दो दिवसीय महोत्सव के पहले दिन कुंडलपुर समिति के द्वारा शोभा यात्रा निकाली गई।
नन्हे बाल रूप को विशेष रथ पर विराजमान कर जैन श्रद्धालुओं ने गाजे बजे एवं गीत नृत्य कर भगवान महावीर को नगर भ्रमण कराया। उनके अनुयायियों ने शोभा यात्रा के दौरान भगवान महावीर के संदेशों को जन-जन तक पहुंचाया।
इसके बाद भगवान महावीर के मुख्य मंदिर में विराजमान प्रतिमा का पंचामृत अभिषेक किया गया। इस मौके पर कुंडलपुर के जैन मंत्री विजय कुमार जैन ने बताया कि कुंडलपुर की इस धरा पर चौबीसवें तीर्थंकर भगवान महावीर जी का जन्म हुआ था। इसी धारा पर से भगवान महावीर ने पूरे विश्व मैं सत्याहिंसा का संदेश दिया था। उन्होंने जन-जन को जियो और जीने दो के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया था।