मल्टीनेशनल कंपनियों में बड़े अधिकारियों की मेल को हैक कर ठगी करने वाले गैंग का एक सदस्य गिरफ्तार
सदर बाजार पुलिस ने एक ऐसे ठग को गिरफ्तार किया है जो बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियों के अधिकारियों की मेल आईडी हैक कर ठगी
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | नई दिल्ली: सदर बाजार पुलिस ने एक ऐसे ठग को गिरफ्तार किया है जो बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियों के अधिकारियों की मेल आईडी हैक कर ठगी की वारदात को अंजाम दे रहा था. कई दिनों की जांच के बाद पुलिस ने इस शातिर ठग को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार ठग एक एक्टिव ठगी के गैंग का मेंबर है.
दरअसल एक ऑप्टिकल कंपनी में अकाउंट मैनेजर के पद पर काम करने वाले अमरनाथ शुक्ला ने सदर बाजार पुलिस स्टेशन में शिकायत दी कि उनके साथ लाखों रूपये की ठगी की गई है. अमरनाथ शुक्ला ने पुलिस को बताया कि उनके ऑफिस के मेल पर उनकी कंपनी के डायरेक्टर का एक मेल आया जिसमें उन्होंने कहा कि 5 लाख 90 हज़ार तेजस परमार के बैंक अकाउंट में भेज दो. क्योंकि मेल डायरेक्टर के ऑफिस के मेल आया था लिहाजा अमरनाथ शुक्ला ने रुपये उस एकाउंट में ट्रांसफर कर दिए. बाद में अमरनाथ शुक्ला को पता चला कि उनकी कंपनी के डायरेक्टर का मेल किसी ने हैक किया था और उसके बाद वो मेल की गई थी. इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज किया और जांच में जुट गई.
सबसे पहले उस अकाउंट के बारे में जानकारी जुटाई गई जिसमें पैसा ट्रांसफर किया गया था. पुलिस को पता चला कि बैंक अकाउंट किसी तेजस यशवंत परमार के नाम पर है जिसका पता मुंबई का है. इतना ही नहीं अकाउंट में जो फ़ोन नंबर रजिस्टर था वो भी बंद था और जो मुंबई का जो पता दिया गया था वहाँ भी पुलिस को कोई नहीं मिला क्योंकि वो उस घर में किराए पर रहता था. लेकिन पुलिस ने हार नहीं मानी और जांच करती थी. तभी जांच के दौरान पुलिस को पैन कार्ड से एक अहम जानकारी के साथ साथ एक मोबाइल नम्बर भी मिला और इसी नम्बर के आधार पर पुलिस ने तेजस परमार नाम के एक शख्स को गुरुग्राम से गिरफ्तार कर लिया.
जब पुलिस ने आरोपी तेजस से पूछताछ की तो उसने खुलासा किया कि वो जालसाजों के एक गिरोह का सक्रिय सदस्य है. ये गैंग बड़ी कंपनियों के लोगों के मेल को हैक कर ठगी की वारदातों को अंजाम देता है. तेजस ने बताया कि उसका काम सिर्फ पैसा अपने अकाउंट में ट्रांसफर करने का है इस काम के उसे 5 परसेंट मिलते है.
तेजस पूछताछ में खुलासा किया कि गैंग के मेंबर सबसे पहले बड़ी कंपनियों के अधिकारियों के मेल को हैक करते है और उसके बाद उनकी मेल से उन्ही की कंपनी के अकाउंटेंट को मेल भेज कर पैसे किसी भी खाते में ट्रांसफर करवा लेते है. तेजस की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने ठगी के 2 मामलों को सुलझाने का दावा किया है. अब पुलिस इससे ये पूछताछ कर रही है कि ये अपने गैंग के साथ मिलकर और कितने लोगों को चुना लगा चुका है..