न्यू अलकापुरी। न्यू अलकापुरी क्षेत्र के ग्रीन वुड सोसायटी स्थित वनराज बंगले के सर्वेंट क्वार्टर में बीती रात खूनी खेल की घटना को लेकर हड़कंप मच गया है। इस घटना में एक संदेह रखने वाले पति ने अपनी पत्नी और दो साले पर आधी रात को कुल्हाड़ी से हमला कर दिया, जिससे तीनों लहूलुहान हो गये। न्यू अलकापुरी के वनराज बंगले के सर्वेंट क्वार्टर में आठ महीने पहले महीसागर जिले के भानपुरा गांव निवासी दिलीप कोया डोडियार और उनकी पत्नी सुमित्रा डोडियार (27 वर्ष) रहने आए थे। दोनों में से पति गार्डन एवं बगंले की देखरेख तथा पत्नी बंगला का घर काम एवं रसोई बनाती थी। उनके दो बच्चों में से एक बच्चा गांव में मां के साथ रहता है। जबकि दूसरा बच्चा दंपत्ति के साथ रहता है। पति के शक्की स्वभाव के कारण दोनों के बीच तनाव रहता था। इस वजह से सुमित्रा के पति ने सुमित्रा के चाचा के बेटों रमेशभाई और हरीशभाई को बुलाया था।
गत आधी रात बंगले मालिक के यहां मेहमान आये थे, जिससे सुमित्रा और दिलीप कमरे में सो रहे थे। जबकि सुमित्रा के दोनों भाई ओटले पर सोये हुए थे। इसी बीच अचानक आवाज हुई तो सुमित्रा बाहर आना चाही तो कमरे का दरवाजा बंद था। जब जोर से दरवाजा खटखटाया तो उसके पति ने दरवाजा खोला। इसी दौरान उसके पति दिलीप के हाथ में कुल्हाड़ी दिखी। दिलीप ने सुमित्रा के दोनों भाइयों के सिर और शरीर के अन्य हिस्सों पर कुल्हाड़ी से वार करके उन्हें मारने की कोशिश की। जब सुमित्रा ने उसे रोकने की कोशिश की, तो उसके पति ने उसके सिर और चेहरे पर वार कर वहां से भाग गया। लक्ष्मीपुरा पुलिस पीआई एमडी चौधरी हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है।
पति के शक्की स्वभाव के कारण सुमित्रा के साथ अक्सर झगड़े होते थे। पांच दिन पहले भी दोनों के बीच जमकर झगड़ा हुआ था और उसके बाद दिलीप ने सुमित्रा के चाचा के दोनों लड़कों को वडोदरा बुलाया था। वे पांच दिनों से सर्वेंट क्वार्टर के बाहर रह रहे थे। लेकिन कोई समाधान न होने पर दिलीप रात को सोते समय दोनों साले को मारने की कोशिश की। जानकारी मिली है कि पत्नी और दो साले की हत्या करने की कोशिश करने वाले दिलीप ने जहरीली दवा पी ली थी। पुलिस के मुताबिक, दिलीप ने दवा पीकर आत्महत्या करने की कोशिश की और फिलहाल उसका इलाज चल रहा है। तबीयत में सुधार होने के बाद उसे हत्या के प्रयास के अपराध में गिरफ्तार किया जाएगा। आधी रात को दिलीप दोनों साले को निपटाने के लिए कब कमरे से बाहर आया, सुमित्रा को पता ही नहीं चला। चीख-पुकार मचने पर सुमित्रा बाहर आना चाही लेकिन कमरे का दरवाजा पीछे से बंद था। सुमित्रा ने जोर से दरवाजा खटखटाया तो उसके पति ने दरवाजा खोला। इस समय उसके हाथ में कुल्हाड़ी थी।