यूपी। लखनऊ में नक्शे के विपरीत बने 83 अपार्टमेंट गिराए जाएंगे। इन सभी में एलडीए ने नोटिस चस्पा कर दी है। इन्हें 14 दिनों का नोटिस दिया गया है। इसके बाद बुलडोजर चलना शुरू हो जाएगा। पहले दो अपार्टमेंट तोड़े जाएंगे। 83 अपार्टमेंट में लगभग 2000 फ्लैट बने हैं। हाईकोर्ट के आदेश पर इन्हें गिराया जा रहा है। इनका निर्माण वर्ष 2009 से 2012 के बीच में हुआ था। बिल्डरों ने नियम कानून ताख पर रखकर इनका निर्माण कराया जिसका खामियाजा यहां के लोग बेघर होकर उठाएंगे।
हाईकोर्ट में वर्ष 2012 में अवैध निर्माण पर एक पीआईएल दाखिल हुई थी, जिसमें 83 बिल्डिंग अवैध बनने की रिपोर्ट दी गई थी। एलडीए ने इन अपार्टमेंट के खिलाफ उस समय सीलिंग की कार्रवाई की थी। ध्वस्तीकरण का आदेश भी था लेकिन इमारतें तोड़ी नहीं जा सकीं। बिल्डरों ने इसे बेचकर अध्यासित करा डाला। अब पीआईएल को लेकर हाईकोर्ट ने इन इमारतों पर रिपोर्ट मांगी है। इसके बाद एलडीए ने इनको गिराने की तैयारी शुरू कर दी है। सबसे पहले क्ले स्क्वायर का सावित्री और ईमार अपार्टमेंट गिराया जाएगा।
एलडीए के इंजीनियरों ने बिल्डरों के साथ मिलीभगत कर इनका निर्माण कराया था। वर्ष 2014-15 में हुई जांच में 26 इंजीनियर दोषी पाए गए थे। इनके खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को रिपोर्ट भेजी गई थी। हालांकि इसमें तत्कालीन सहायक अभियन्ता भूपेन्द्रवीर सिंह का नाम गलत भेजा गया था, क्योंकि वह उस समय तैनात ही नहीं थे।