8 साल के मासूम की हत्या, आंखों को निकालकर तेजाब से जलाकर बच्चे को मारा
बिहार के नवादा (Nawada Bihar) में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है
बिहार के नवादा (Nawada Bihar) में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक 8 साल के मासूम की निर्मम हत्या कर दी गई है. बच्चे की हत्या करने वाले हत्यारे इतने भीभत्स थे कि उन्होंने बच्चे की दोनों आंखें फोड़ दी और उसके चेहरे को तेजाब से जला दिया. बच्चे का शन मंगलवार की सुबह गया जिले में मिला. यहां बच्चे का शव नीमचक बथानी थाना इलाके में एक पहाड़ी के पास लोगों ने देखा. स्थानीय लोगों ने बच्चे का शव देखा तो उनकी भी रूह कांप गई.बच्चे की वीभत्स तरीके से हत्या की गई थी. शव से आ रही तेज दुर्गंध से लग रहा है कि हत्या सात दिन पहले की गई है.बच्चे की पहचान सुनील कुमार के पुत्र अंशु कुमार के रूप में हुई है
दैनिक भास्कर की खबर के अनुसार मासूम की पहचान नगर थाना क्षेत्र के सुनील कुमार के पुत्र अंशु कुमार के रूप में हुई है. बताया जा रहा है कि 8 फरवरी को अंशु घर के पास साइकिल चल रहा था. तभी अपराधियों ने उसे अगवा कर लिया. इसके बाद परिजनों ने उसकी तलाश की. देर रात तक वह जब नहीं मिला तब बच्चे के दादा ने थाने में 3 लोगों के खिलाफ अपहरण की प्राथमिकी दर्ज करवाई.
जमीन की खरीद-बिक्री विवाद में हत्या
बच्चे के दादा ने तब आरोप लगाया था कि जमीन की खरीद-बिक्री के विवाद में अपहरण किया गया. इसके बाद जब पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की तो 9 जनवरी को परिजनों ने आसपास के लोगों के साथ मिलकर रोड जाम किया था. इसके बाद पुलिस हरकत में आई और तीनों नामजदों को हिरासत में लेकर पूछताछ की. पूछताछ में कोई सुराग नहीं मिलने के बाद पुलिस ने तीनों को PR बांड पर सिग्नेचर करके छोड़ दिया. इसके बाद ये अब बच्चे का शव गया में मिला है. पुलिस अब मामले में कुछ भी बोलने से परहेज कर रही हैं.
डीएसपी ने दी शव मिलने की सूचना
शव मिलने की खबर पर अंशु के मौसा विजय विजय यादव ने बताया, कि उन्हें सदर DSP उपेंद्र प्रसाद ने सूचना दी कि गया में एक बच्चे की लाश मिली है. बच्चे का आंख फोड़ कर और तेजाब डालकर उसकी हत्या की गई है. इसके बाद हमारा परिवार यहां से सीधा गया पहुंचे तो वहां अंशु के रूप में शव की पहचान की गई, उन्होंने बताया कि अंशू हत्या जमीन विवाद में की गई है. उनके दादा ने शहर के ITI के पास रहने वाले कमल नयन सिंह, मनोज सिंह और बबलू सिंह पर नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. लेकिन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार करके छोड़ दिया.