राजस्थान के 8 और छात्र यूक्रेन से लौटे, बताए युद्ध के भवायह हालात
रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) में चल रही जंग के बीच भारतीय नागरिकों की देश वापसी के लिए केंद्र और राज्य सरकारें लगातार प्रयास कर रही है
रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) में चल रही जंग के बीच भारतीय नागरिकों की देश वापसी के लिए केंद्र और राज्य सरकारें लगातार प्रयास कर रही है. केंद्र सरकार जहां ऑपरेशन गंगा (operation ganga) के जरिए नागरिकों को यूक्रेन से निकाल रही है वहीं राजस्थान सरकार (rajasthan government) भी विदेश मंत्रालय से अपने नागरिकों के लिए समनव्य स्थापित कर रही है. वहीं तनावपूर्ण हालातों (Russia-Ukraine Crisis) के बीच वहां फंसे राजस्थानी छात्र (Rajasthani students) सरकार की मदद से अपने घर लौट रहे हैं. इसी कड़ी में राजस्थान के 8 और छात्र यूक्रेन से गुरूवार को भारत पहुंचे जिनका स्वागत राजस्थान की उद्योग मंत्री शकुंतला रावत (shakuntala ravat) और सीकर से बीजेपी के सांसद स्वामी सुमेधानंद ने जयपुर हवाई अड्डे पर किया.
सभी छात्रों ने सकुशल वतन वापस लौटने पर भारत सरकार और राज्य सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया. वहीं छात्रों ने यूक्रेन के हालातों के बारे में बताया और यूक्रेन के सैनिकों पर उनके साथ दुर्व्यवहार करने का भी आरोप लगाया.
यूक्रेन की सीमा पर हुई बदसलूकी
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन से जयपुर पहुंची एमबीबीएस की छात्रा टीना कुमार ने बताया कि यूक्रेन के सैनिकों ने सीमा पर उनके साथ दुर्व्यवहार किया और उन्हें सीमा पार करते हुए बहुत परेशानी का सामना करना पड़ा. उन्होंने बताया कि वह लगातार तीन दिन तक सफर करती रही और आरोप लगाया कि हमारे ऊपर आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए.
इसके अलावा लगातार वहां गोलीबारी हो रही थी. टीना ने कहा कि सीमा पर गेट केवल 10 मिनट के लिए खोला गया जिस दौरान वहा भगदड़ मच गई और कुछ ही छात्र उसमें प्रवेश कर पाए. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि यूक्रेन सीमा पर स्थिति बहुत खराब है.
किराए की बस लेकर पहुंचे बॉर्डर
वहीं यूक्रेन से लौटे एमबीबीएस के एक छात्र अक्षय सोनी ने आरोप लगाया कि भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने हमारी मदद नहीं की. सोनी ने कहा कि हम दूतावास के हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करने की कोशिश कर रहे थे लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. उन्होंने बताया कि हम दोस्तों ने अपने पैसे से एक बस किराये पर लेकर सीमा पर पहुंचे. छात्रों ने कहा कि हमारे साथ रोमानिया में अधिकारियों ने अच्छा व्यवहार किया और हमारे भोजन और अन्य सुविधाओं की व्यवस्था की.
गौरतलब है कि राजस्थान सरकार ने यूक्रेन से सौ लौटे सभी छात्रों को घर तक पहुंचाने की पूरी व्यवस्था की है. सरकार के मुताबिक यूक्रेन में राजस्थान के 1008 नागरिक और छात्र हैं जिनमें से 216 लोग घर लौट चुके हैं. वहीं केंद्रीय विदेश मंत्रालय की तरफ से जानकारी दी गई है करीब 17 हजार लोग अभी तक भारत लौट आए हैं.