नक्सली संगठन PLFI के 8 सदस्य गिरफ्तार, 77 लाख रुपये बरामद
नक्सलरोधी अभियान में शामिल सुरक्षाबलों और पुलिस ने पीपल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया यानी पीएलएफआई (PLFI) संगठन के अर्थतंत्र और सप्लाई चेन पर जबरदस्त वार किया है
रांची. नक्सलरोधी अभियान में शामिल सुरक्षाबलों और पुलिस ने पीपल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया यानी पीएलएफआई (PLFI) संगठन के अर्थतंत्र और सप्लाई चेन पर जबरदस्त वार किया है. पुलिस ने PLFI के आठ सदस्यों को लेवी (Levi) के रूप में वसूली गई 77 लाख रुपये के साथ धर दबोचा है. गिरफ्तार नक्सलियों (Naxals Arrested) के नाम निवेश कुमार, शुभम पोद्दार, ध्रुव सिंह, अमीर चंद, आर्य कुमार, उज्जवल कुमार, प्रवीण कुमार और सुभाष पोद्दार है. इनके पास से पुलिस ने बीएमडब्ल्यू कार, मॉडिफाइड थार जीप (मॉन्स्टर जीप) समेत नक्सलियों को सप्लाई किए जाने वाले टेंट, स्लीपिंग बैग, मोबाइल, सिम सहित कई सामान बरामद किए हैं.
पुलिस ने मास्टरमाइंड निवेश कुमार के मोबाइल फोन की जांच की तो उसे कुछ बेहद चौंकाने वाली तस्वीरें मिली जिससे PLFI के इंटरनेशनल कनेक्शन की बात सामने आई है. प्रतिबंधित PLFI संगठन को न सिर्फ चीन बल्कि पाकिस्तान और बांग्लादेश से भी हथियारों की सप्लाई की जा रही है. अंतरराष्ट्रीय हथियार सप्लायरों के साथ PLFI के गठजोड़ के बीच का माध्यम गिरफ्तार यह आठ आरोपी हैं जो PLFI की हर जरूरत को पूरा करते थे. पुलिस को निवेश के मोबाइल से कई अहम जानकारियां मिली है. मोबाइल में पाकिस्तान के किसी व्यक्ति के साथ वाट्सएप चैटिंग के अलावा वीडियो चैटिंग के सबूत भी मिले हैं.
इसक अलावा, वाट्सएप में हथियार की तस्वीरें भी मिली हैं जिससे यह स्पष्ट होता है कि निवेश विदेशी हथियारों का सौदा करता था और उसे पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप को देता था. हथियारों की खरीदारी के लिए दिनेश गोप के लेवी के पैसे का इस्तेमाल होता था. वहीं, गिरफ्तार नक्सलियों के पास से पुलिस ने बीएमडब्लू गाड़ी, मॉडिफाइड थार जीप, एमजी हेक्टर, एक्सयूवी 500 जैसी महंगी गाड़ियां, 31 मोबाइल फोन, एक स्मार्ट वाच, पेन ड्राइव, अलग-अलग कंपनियों के 11 सिम कार्ड, कारतूस, एक पिस्टल सहित अन्य सामान बरामद किया है.
मामले की जानकारी देते हुए रांची के ग्रामीण एसपी नौशाद आलम और सिटी एसपी सौरभ ने बताया कि मामले के कई कनेक्शन सामने आए हैं, और फिलहाल इन सभी बिंदुओं की जांच की जा रही है. उन्होंने कहा कि पुलिस की इस कार्रवाई से PLFI को बड़ा झटका लगा है.