समोसे में भरकर बेच रहे थे गौमांस, 6 आरोपी गिरफ्तार

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Update: 2024-04-08 14:14 GMT
वडोदरा। गुजरात के वडोदरा के चिपवाड़ में एक फैमस दुकान में समोसे में गौ मांस भरकर बेचने की खबर से बवाल मच गया है। पुलिस ने दुकान पर छापा मारकर 350 किलो गौ मांस जब्त कर लिया है। एफएसएल की पुष्टि के बाद पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गुजरात के वडोदरा में एक मशहूर समोसे वाला समोसों में स्टफिंग के नाम पर बीफ भरकर बेच रहा था। पुलिस ने उसकी दुकान पर रेड मारकर 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं समोसे की स्टफिंग के लिए तैयार किया गया सामान भी बोरी में जब्त किया गया।
जानकारी के मुताबिक, वडोदरा के चिपवाड़ स्थित इस समोसे की दुकान का नाम ‘हुसैनी समोसा वाला’ है। दुकान से कई सौ किलो (कुछ जगह मौजूद जानकारी के अनुसार 350 किलो) बीफ की स्टफिंग बरामद हुई, जिसके बाद पुलिस ने इसका सैंपल फॉरेंसिंक टेस्ट के लिए भेजा और रिपोर्ट आने पर स्पष्ट हुआ कि समोसे में गोमांस ही भरा जा रहा था। सबूत जुटाने के बाद पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपितों की पहचान युसूफ शेख, नसीम शेख, हनीफ भाटियारा, दिलावर पठान मोइन हबदल और मोबिन शेख के तौर पर हुई है।
पुलिस ने कहा कि शहर में बीफ समोसे बेचे जा रहे थे और कुछ ग्राहक इसे ये सोचकर खरीद रहे थे कि ये मीट वाला समोसा है। इस मामले में डीसीपी पन्ना मोमाया ने बताया कि आरोपित बड़ी तादाद में कच्चा समोसा तैयार करते थे और फिर इन्हें दुकानों पर बेचा जाता था। वहाँ दुकानदार इसे तलकर ग्राहकों को देते थे। डीसीपी ने बताया कि ये पूरा बिजनेस बिना लाइसेंस के 5 मंजिला बिल्डिंग में चल रहा था। पुलिस ये पता लगा रही है कि ये कबसे बीफ वाले समोसे बेच रहे थे और कहाँ से बीफ खरीदा जा रहा था। अब तक पूछताछ में युसूफ शेख ने बताया है कि उसके अब्बा इस काम को करते थे बाद में उसने भी इसे काम को शुरू कर दिया। उसने ये जानकारी भी दी कि वो लोग अपने समोसो में गोमांस इसलिए डालते थे क्योंकि वो भैंस या फिर गाय के मीट से ज्यादा सस्ता था और उसे इससे ज्यादा फायदा होता था।
बता दें कि एनिमल एक्टिविस्ट नेहा पटेल ने इस दुकान में चल रहे अवैध काम का खुलासा करने में पुलिस की मदद की। नेहा ने बताया कि ये शहर की मशहूर समोसा की दुकान है, लेकिन फिर भी दुकान पर कहीं नहीं लिखा हुआ कि ये मीट समोसा बेचते हैं। ऐसे में नेहा को जब इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने लोगों से जानना चाहा कि क्या उन्हें इस बारे में पता है? जब नेहा को लगा कि ये काम लोगों की जानकारी के बिना हो रहा है तो उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस में की और माँग की कि ऐसी दुकानों को सील किया जाए। साथ ही खाने-पीने की दुकानों की चेकिंग नियमित होती रहे।
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