5 भारतीय सैनिक शहीद, कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने पीएम मोदी पर साधा निशाना
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के हमले में 5 भारतीय जवानों के शहीद होने पर पीएम मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद जारी है। मासूमों को निशाना बनाया जा रहा है। सरकार चुप बैठी है।
सिब्बल ने सोमवार को एक ट्वीट किया। इस ट्वीट में उन्होंने कहा, 'जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद जारी है। हमारे वीर जवान और अधिकारी शहीद हो रहे हैं। मासूम नागरिकों (एक केमिस्ट, एक टीचर) को निशाना बनाया जा रहा है। उन्हें मौत के घाट उतारा जा रहा है।'
उन्होंने प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए लिखा, 'मोदी जी क्या आप अपने किए हुए वादों को भूल गए हैं या वो भी 'जुमले' थे, जैसा गृह मंत्री कह सकते हैं!'
जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में आतंकवाद निरोधी अभियान में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच सोमवार को हुई मुठभेड़ में एक 'जूनियर कमीशंड अधिकारी' (जेसीओ) सहित पांच सैन्य कर्मी शहीद हो गए।
इससे पहले सेना ने विशेष सूचना के बाद पुंछ जिले के सुरनकोट इलाके के दारा की गली के पास के गांवों की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया था। छिपे हुए आतंकवादियों ने आसपास के जवानों पर गोलीबारी की, जिससे जेसीओ सहित पांच सैनिक गंभीर रूप से घायल हो गए थे।माना जा रहा है कि करीब4 से 5 आतंकवादी घटनास्थल पर छिपे हुए थे। भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों के नियंत्रण रेखा पार कर चरमेर के जंगल में छुपे होने की खबर मिली थी।
एक हफ्ते में श्रीनगर में ही सात नागरिक मारे जा चुके हैं। दूसरी बात यह कि इन आतंकी घटनाओं के पीछे एक अलग पैटर्न दिख रहा है। आतंकी इस बार आम लोगों को और उनमें भी गैर-मुस्लिमों को निशाना बना रहे हैं। इसमें भारी-भरकम हथियार भी इस्तेमाल नहीं किए जा रहे। ज्यादातर घटनाओं में पिस्तौल का उपयोग किए जाने की सूचना है। यह काम उन नए लोगों से भी करवाया जा सकता है, जिन्हें खास ट्रेनिंग देने का मौका नहीं मिला हो। यानी पाकिस्तान के आतंकी शिविरों में प्रशिक्षित आतंकवादियों के बजाय आतंकी प्रवृत्ति के स्थानीय युवाओं के सहारे आतंकवाद के इस नए रूप को आगे बढ़ाया जा सकता है।
अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू-कश्मीर को मिला विशेष दर्जा खत्म किए जाने के बाद बड़े पैमाने पर उथलपुथल की आशंका को गलत साबित करते हुए सुरक्षा बलों ने यहां काफी हद तक शांति बनाए रखने में कामयाबी हासिल की थी। हाल की घटनाओं से शांति भंग होने का संदेश जा रहा है, जो अच्छा नहीं है। मंगलवार को 68 वर्षीय केमिस्ट माखनलाल बिंद्रू समेत तीन लोगों की हत्या किए जाने के दो दिन बाद ही आतंकवादी श्रीनगर के एक सरकारी स्कूल में घुस आए और प्रिंसिपल सतिंदर कौर और शिक्षक दीपक चंद की हत्या कर दी थी।