तपोवन में 33 घंटे चले सदन में 471 सवाल
धर्मशाला। हिमाचलज प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि 14वीं विधानसभा का चतुर्थ सत्र अपेक्षा अनुरूप पूर्ण सफलता के साथ संपन्न हुआ है। तपोवन में 17वां तथा धर्मशाला में 18वां सत्र आयोजित किया गया है। श्री पठानिया ने कहा कि यह सत्र 19 दिसंबर को 11 बजे शुरू हुआ था। इस सत्र …
धर्मशाला। हिमाचलज प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि 14वीं विधानसभा का चतुर्थ सत्र अपेक्षा अनुरूप पूर्ण सफलता के साथ संपन्न हुआ है। तपोवन में 17वां तथा धर्मशाला में 18वां सत्र आयोजित किया गया है। श्री पठानिया ने कहा कि यह सत्र 19 दिसंबर को 11 बजे शुरू हुआ था। इस सत्र में कुल पांच बैठकें आयोजित की गई। सदन की कार्यवाही लगभग 33 घंटे तक चली तथा इसकी उत्पादकता 132 प्रतिशत रही। श्री पठानिया ने कहा कि सत्र के प्रथम दिन जहां पर नवनियुक्त मंत्री परिषद के सदस्यों का परिचय करवाया गया वहीं, स्व. बाल कृष्ण चौहान के प्रति शोकोदगार व्यक्त किए गए। प्रथम दिन ही दोनों पक्षों की आम सहमति से विधानसभा उपाध्यक्ष का चुनाव संपन्न हुआ, जिसमें विधायक विनय कुमार सर्वसम्मति से विधानसभा उपाध्यक्ष चुने गए।
इस सत्र में विधायकों द्वारा 471 प्रश्न सरकार से पूछे गए थे, जिसमें 348 प्रश्न तारांकित (ऑनलाइन 286, ऑफलाइन 62) तथा 123 अतारांकित प्रश्न (ऑनलाइन 109, ऑफलाइन 14), इस सत्र के दौरान कुल 260 तारांकित तथा 119 अतारांकित प्रश्नों की सूचनाओं पर सरकार द्वारा उत्तर उपलब्ध करवाए गए। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सदन में नियम 61 के अंतर्गत चार विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई। इसके अतिरिक्त सदन में नियम 62 के तहत पांच विषयों पर तथा नियम 63 के अंतर्गत एक विषय पर सार्थक चर्चा की गई। नियम 101 के अंतर्गत 5, नियम 102 के अंतर्गत 2, नियम 130 के अंतर्गत 7 तथा नियम 324 के अंतर्गत 7 विषयों पर सार्थक चर्चा की गई। सभा की समितियों के 41 प्रतिवेदन सभा में उपस्थापित किए गए। भारत के नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक के प्रतिवेदन वर्ष 2022-2023 (वित्त लेखे खंड एक एवं खंड-दो) तथा (विनियोग लेखे) हिमाचल प्रदेश सरकार भी सभा पटल पर रखे गए।
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने कहा कि सत्र के दौरान उनका भरसक प्रयास रहा कि सत्र की कार्यवाही सौहादपूर्ण वातावरण में चले। सदन की कार्यवाही संपन्न होने पर मुख्यमंत्री, नेता प्रतिपक्ष तथा उपमुख्यमंत्री सहित संसदीय कार्यमंत्री का भी धन्यवाद किया। इसके साथ ही उन्होंने विधानसभा उपाध्यक्ष सहित सदस्यों सहित विधानसभा के सचिव और समस्त अधिकारियों/ कर्मचारियों का भी धन्यवाद किया। विधानसभा अध्यक्ष ने प्रदेश तथा देशवासियों को क्रिसमस तथा नव वर्षकी अग्रिम बधाई दी। मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि वह तीन जनवरी को दिल्ली जा रहे है। विपक्ष के सदस्य भी उनके साथ चलें। सब मिलकर केंद्र सरकार से आपदा राहत राशि को जारी करने की मांग करेंगे। विधायक डीएस ठाकुर ने प्रश्नकाल के दौरान सीमांत क्षेत्रों में कार्यरत एसपीओ जवानों को जम्मू-कश्मीर की तर्ज पर मानदेय प्रदान करने का मामला उठाते हुए कि हिमाचल में जवानों को 6-7 हजार रुपए ही मिल रहे है। जम्मू-कश्मीर में इन्हीं जवानों को 18 हजार रुपए मिल रहे है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने एसपीओ का मानदेय 500 रुपए बढ़ाया है।