गोरखपुर में ब्लैक फंगस के लक्षण वाले 40 मरीज मिले, स्वास्थ्य विभाग ने की पुष्टि
कोरोना महामारी के बीच ब्लैक फंगस के लक्षण वाले मरीजों की संख्या दिनोंदिन बढ़ती जा रही है।
कोरोना महामारी के बीच ब्लैक फंगस के लक्षण वाले मरीजों की संख्या दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। अब तक जिले में ब्लैक फंगस के लक्षण वाले 40 मरीज मिल चुके हैं। इनमें 29 की पुष्टि स्वास्थ्य विभाग ने करते हुए शासन को इसकी सूचना भी दे दी है। इसके अलावा दो मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हो चुकी है। इनका इलाज बीआरडी मेडिकल कॉलेज में चल रहा है।
जानकारी के मुताबिक ब्लैक फंगस के लक्षण वाले जिन 29 मरीजों की स्वास्थ्य विभाग ने पुष्टि की है। उसमें 17 मरीज बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं। इनमें 15 मरीज कोविड संक्रमण से भी जूझ रहे हैं। इसके अलावा दो मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि भी हो चुकी है। वही, आठ मरीज मेडिकल कॉलेज के पास स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं। जबकि अन्य चार मरीजों का इलाज लखनऊ समेत अन्य निजी अस्पतालों में चल रहा है। बीआरडी मेडिकल कॉलेज के नेत्र रोग विभागध्यक्ष डॉ. रामकुमार जायसवाल ने बताया कि दो मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हो चुकी है। इन मरीजों का इलाज चल रहा है। इसके अलावा 15 ऐसे मरीज हैं, जिनमें ब्लैक फंगस के लक्षण मिले हैं। इनमें कुछ मरीज ऑक्सीजन पर हैं, तो कुछ मरीज बाइपैप और कुछ वेंटिलेटर पर हैं।
17 मरीजों का भेजा गया हैं सैंपल
बीआरडी मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबॉयोलॉजी विभाग अब कोरोना संक्रमण की जांच के साथ ब्लैक फंगस की भी जांच कर रहा है। अब तक 17 मरीजों का सैंपल विभाग में भेजा गया है। पहले चरण की जांच में फंगस की पुष्टि तो हो चुकी है। लेकिन अभी दूसरे चरण की जांच होनी बाकी है।
कल्चर एंड सेंसटिविटी टेस्ट में पता चलता है ब्लैक फंगस का लक्षण
पहले चरण की जांच के बाद दूसरे चरण में कल्चर एंड सेंसटिविटी टेस्ट होती है। इस जांच के जरिए ब्लैक फंगस संक्रमण रोग के बारे में पता चलता है। लेकिन इस जांच में समय अधिक लगता है। बीआरडी मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबॉयोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. अमरेश सिंह ने बताया कि इस जांच में करीब 72 से 96 घंटे का समय लगता है। अब तक 17 मरीजों की जांच की गई है। इसमें दो मरीजों में ब्लैक फंगस मिल चुका है।
ब्लैक फंगस के लक्षण वाली महिला की निजी अस्पताल में मौत
पनेशिया अस्पताल के कोविड वार्ड में भर्ती 50 वर्षीय महिला में करीब पांच दिन पूर्व ब्लैक फंगस के लक्षण दिखे थे। जांच के लिए सैंपल लिया गया था। इस बीच महिला की मौत हो गई है। जबकि महिला कोरोना संक्रमित भी थी। इससे पूर्व पांच ब्लैक फंगस के लक्षण वाले मरीजों की मौत हो चुकी है। इनमें चार लखनऊ और एक बीआरडी में हुई है।
पनेशिया में भर्ती व्यक्ति के आंख तक पहुंचा ब्लैक फंगस का संक्रमण
पनेशिया स्थित निजी अस्पताल में भर्ती ब्लैक फंगस के मरीज के शरीर में संक्रमण दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। बताया जा रहा है कि खोराबार के रहने वाले 55 वर्षीय व्यक्ति के आंखों तक संक्रमण पहुंच गया है। जबकि उसे कई दवाओं के कई डोज दिए जा चुके हैं। डॉक्टरों का कहना है कि इलाज जारी है।
ब्लैक फंगस लक्षण वाले मरीज को बिना इलाज लौटाया, गार्ड पर मारपीट का आरोप
बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ब्लैक फंगस की शिकायत लेकर पहुंचे एक मरीज को बिना इलाज के लौटा दिया गया। साथ ही गार्डों ने परिजनों को मारा पीटा भी। यह आरोप मरीज के परिजनों ने लगाया है। बताया जा रहा है कि देवरिया जिले के रहने वाले हरिकेश के रिश्तेदार में ब्लैक फंगस के लक्षण दिखे। देवरिया में डॉक्टरों ने देखने के बाद बीआरडी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। आरोप है कि गार्ड से इलाज के लिए पूछा गया तो गार्ड ने मेडिसिन इमरजेंसी वार्ड नम्बर 14 जाने की सलाह दी। इसके बाद स्ट्रेचर की मांग की तो गार्ड मारपीट पर उतारू हो गए। इस पर परिजन मरीज को लेकर बिछिया स्थित एक निजी नर्सिंग होम में लेकर चले गए।