लूटपाट के मामले में 4 पुलिसकर्मी गिरफ्तार, जानिए क्या है पूरा मामला
केस दर्ज
नई दिल्ली। आप को बता दें दिल्ली के सागरपुर थाना पुलिस ने खुद को एक साइबर सेल का पुलिसकर्मी बताकर एक शख्स के ही घर में लूटपाट करने के एक मामले में दिल्ली पुलिस के कुल चार कर्मी जो की विजय शर्मा, दीपक यादव, अंकित कसाना, मंजेश राणा सहित एक अन्य आरोपी को भी रोहिणी के निवासी मनीष राय को भी गिरफ्तार किया गया है। ये मनीष राय इन सभी पुलिसकर्मियों का ही एक मुखबिर है जिसने उस पीड़ित शख्स के घर में रखे नकदी होने की ये जानकारी उन चारो पुलिसकर्मियों को दी थी। बता दें 19 अप्रैल की देर रात में सागरपुर के इलाके में ही रहने वाले रजनीश ने अपने ही घर में एक लूटपाट की शिकायत दर्ज कराई थी। और उसने पुलिस को ये भी बताया कि वह रात में अपनी महिला मित्र के साथ ही अपने घर में मौजूद था। और इसी दौरान उसका ही नाम लेकर कुछ लाेगों ने उससे घर का दरवाजा खुलवाया। और ये चारो लोग खुद को एक साइबर सेल का ही पुलिसकर्मी बताकर उसके घर में भी घुस गए और साथ ही उसके साथ मारपीट भी करने लगे। और फिर इसके बाद उसके घर में रखे नगदी 10.50 लाख रुपये और सोने की चेन व एटीएम कार्ड भी लूटकर वहाँ से फरार हो गए। इन आरोपियों के भागने के बाद उस पीड़ित ने थाने में इस पूरी वारदात की शिकायत की।
साथ ही पुलिस ने लूटपाट का मामला भी दर्ज कर लिया है। बता दें थाना प्रभारी निरीक्षक केबी झा के नेतृत्व में इसकी केस की जांच कर रही पुलिस ने फुटेज में दिख रहे एक कार नंबर के जरिए उनमे से एक आरोपी तक पहुंची और फिर बाद में उसके निशानदेही पर गए तो अन्य चार आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके बाद पूछताछ में ये पता चला कि एक आरोपी मनीष क्रिप्टो करेंसी का एक कारोबार करने वाले रजनीश के साथ वह काम भी करता था। और कुछ महीने पहले ही उसने वहाँ से काम छोड़ दिया था। फिर मनीष ने पुलिस कर्मी विजय को ये बताया कि रजनीश के पास हमेशा ही 25 लाख रुपये उसके घर में होते हैं। फिर इसके बाद सभी उन अरोपियों ने रजनीश से लूटपाट की एक योजना बनाई। साथ ही इस लूट के बाद इन सब पुलिसकर्मियों ने मुखबिर मनीष को 1.20 लाख रुपये भी दिए थे। पुलिस अधिकारियों ने ये भी बताया कि ये चारों आरोपी पुलिसकर्मी अनुकंपा के आधार पर ही दिल्ली पुलिस में ये भर्ती हुए थे। तीन के पिता की ड्यूटी के दौरान उनकी मौत हो गई थी, और जबकि एक आरोपी की मां दिल्ली पुलिस में ही उप निरीक्षक के पद पर भी कार्यरत थी। अब पुलिस उन आरोपियों से इस तरह की अन्य और वारदातों को लेकर भी लगातार पूछताछ कर रही है।