नारकोटिक्स इंस्पेक्टर समेत 4 लोग गिरफ्तार, जांच के नाम पर ले गए गेस्ट हाउस
टोंक। टोंक एमपी से आए नारकोटिक्स के सीआई सहित 4 लोगों को कोतवाली पुलिस ने शनिवार रात को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी जिला मुख्यालय के एक मेडिकल संचालक को NDPC केस में फंसाने की धमकी देकर गेस्ट हॉउस में ले गए और बाद में एकजुट होकर मेडिकल संचालक मौके पर पहुंचे और विरोध किया। इसकी सूचना मिलने के बाद पुरानी टोंक थाना पुलिस भी मौके पहुंची और शांतिभंग में गिरफ्तार कर लिया। देर रात को इस घटनाक्रम की रिपोर्ट पीड़ित ने कोतवाली में दर्ज कराई है। इसकी जांच DSP सलेह मोहम्मद कर रहे हैं। डीएसपी सलेह मोहम्मद ने बताया कि पुराने आरटीओ ऑफिस मोदी की चौकी महादेवाली निवासी मेडिकल दुकानदार गौरव सैनी ने शनिवार रात करीब साढ़े 9 बजे कोतवाली में रिपोर्ट दी है। उसमें बताया गया कि वह अन्य दिनों की तरह पटेल सर्किल के पास मेडिकल शॉप पर था। साढ़े 3 बजे एक कार में 4 लोग आए और स्वयं को नारकोटिक्स अधिकारी बताया। दुकानदार से उन्होंने पूछताछ करने की बात कहकर बंमोर रोड के पास कृष्णा गेस्ट हाउस में चलने को कहा। नहीं जाने पर NDPC केस में फंसाने की धमकी दी। ऐसे में दुकानदार ने कुछ अन्य मेडिकल दुकानदारों को इसकी जानकारी देते हुए उनके साथ गेस्ट हाउस चला गया, जहां उसके साथ मारपीट कर उसका मोबाइल और पर्स छीन लिया। आरोपियों ने मोबाइल तो वापस कर दिया, लेकिन पर्स वापस नहीं दिया। कुछ देर बाद ही कई दुकानदार गेस्ट हाउस पहुंच गए और हंगामा खड़ा कर दिया। पुरानी टोंक थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मेडिकल दुकानदार को छुड़ाकर नारकोटिक्स इंस्पेक्टर और उसके 3 अन्य दोस्तों को शांतिभंग में गिरफ्तार कर लिया।
अब पीड़ित द्वारा कोतवाली में मामला दर्ज कराने से आगे की कार्रवाई कोतवाली पुलिस करेगी। पीड़ित ने आरोपियों द्वारा 50 लाख रुपए मांगने की भी बात रिपोर्ट में दर्ज कराई है। इसकी भी जांच की जा रही है। जिला केमिस्ट एसोसिएशन अध्यक्ष मोहन आहूजा ने बताया कि नारकोटिक्स विभाग की इस तरह से मेडिकल दुकानदार को अलग जगह ले जाकर वसूली के लिए धमकाने का मामला अवैध है। जो भी कार्रवाई करनी है वह दुकान पर बैठकर करें। कमिस्ट एसोशियन के जिला सचिव विवेक विजयवर्गीय ने बताया कि 2 दिन पहले आरोपी इंस्पेक्टर नवरतन कुछ अन्य अधिकारियों के साथ मेडिकल दुकानों को चेक करने आया था। तब कुछ खामियों को लेकर दुकानदारों को नोटिस देकर गए थे। उसके बाद यह आरोपी संबंधित दुकानदारों को अलग-अलग जगह बुलाकर लाखों रुपए की डिमांड करता है। 2 दिन पहले भी एक नोटिस वाले मेडिकल दुकानदार को जयपुर चौकी ढाणी बुला लिया और उससे बड़ी चौथवसूली का प्रयास किया। 24 घंटे में पुलिस संतोषप्रद कार्रवाई नहीं करती है। तो कल चेतावनी भरा ज्ञापन प्रशासन को दिया जाएगा। फिर आंदोलन किया जाएगा। डीएसपी सलेह मोहम्मद ने बताया कि इस मामले की जांच की जा रही है। जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी अनुरूप इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी। बहरहाल थाना पुलिस ने चारों आरोपी को शांतिभंग में गिरफ्तार किया है। एक खुद नारकोटिक्स का इंस्पेक्टर रतनलाल है, जो बरोनी थाना क्षेत्र का रहने वाला है। यह अभी एमपी में नारकोटिक्स विभाग में कार्यरत है। यह 4 अगस्त को भी अन्य अधिकारियों के साथ मेडिकल दुकानों की जांच करने आया था। उसमें करीब 6 व्यापारियों को नोटिस देकर गया था। इन सब बिंदुओं को ध्यान में रखकर जांच की जाएगी।