नोएडा। फ्रीडम 251 योजना के तहत सस्ते फोन देने के नाम पर किये गए 2,700 करोड़ रुपए के घोटाले के मुख्य आरोपी मोहित गोयल एक बार फिर चर्चाओं में है। नोएडा पुलिस ने आरोपी की 30 लाख रुपए के जेवर को कुर्क कर लिया है। मोहित गोयल के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई की जा रही है। इसके साथ ही उसके नौकर जयराम सिंह के खिलाफ एक्शन लिया गया है। आरोपी ने घोटाला 2017 में किया था। यह कार्रवाई कोतवाली 24 पुलिस ने की है। मोहित गोयल की सेक्टर-63 में रिगिंग बेल्स प्राइवेट लिमिटेड नाम से कंपनी थी। कंपनी ने देशभर के उपभोक्ता से 251 के हिसाब से ऑनलाइन पैसे ले लिए, लेकिन वादे के मुताबिक समय पर स्मार्ट फोन की डिलिवरी नहीं दे पायी। पूछताछ करने वालों को कंपनी बरगलाई रही और आखिर कंपनी बोरिया बिस्तर समेट कर चंपत हो गयी। उस दौरान सैकड़ों लोगों कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था, जिसके आधार पर मोहित गोयल को जेल भेजा था।
शामली के रहने वाले मोहित गोयल ने रिगिंग बेल्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम से कंपनी शुरू की थी और केंद्र सरकार के डिजिटल इंडिया प्रोग्राम के तहत मात्र 251 रुपए में स्मार्टफोन लॉन्च करने की घोषणा की थी। इन फोन का नाम Freedom 251 रखा गया था। पुलिस के मुताबिक गोयल पर धोखाधड़ी से जुड़े 48 केस दर्ज हैं। मोहित गोयल के खिलाफ नोएडा के सेक्टर-58 थाने में सबसे ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। मोहित गोयल पर रेप का मुकदमा भी दर्ज है। 14 दिसंबर 2020 में मोहित गोयल के खिलाफ थाना सेक्टर 58 में भी मामला दर्ज हुआ था। अब न्यायालय पुलिस आयुक्त गौतमबुद्धनगर के आदेश पर नोएडा कमिश्नरेट पुलिस ने मोहित गोयल द्वारा अवैध रुप से अर्जित किए गए 466.100 ग्राम सोने के गहने कुर्क किए हैं। गिरोह का सरगना रिंगिंग बेल्स कंपनी ड्राईफ्रूट्स व मसाला विक्रेताओं को अपना शिकार बनाता था। कंपनी ज्यादा दाम लगाकर थोक विक्रेताओं ड्राईफ्रूट्स और मसाले खरीदती थी, लेकिन उनको भुगतान नहीं करती थी। बाद में गिरोह माल को खुले बाजार में बेचकर मोटा मुनाफा कमाता था। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने कहा कि कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में अपराधों पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से अपराधियों के विरुद्ध आगे भी इसी प्रकार की कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।