शामली: यूपी के शामली जिले के झिंझाना थाना क्षेत्र चौसाना में दर्दनाक हादसा हुआ है. यहां हाईटेंशन लाइन को पकड़ने से 3 साल की बच्ची की झुलस कर मौत हो गई. बच्ची की मौत के बाद परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है. घटना को लेकर ग्रामीणों में भी आक्रोश है. लोगों ने विद्युत विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया और जमकर हंगामा किया. वो विद्युत विभाग के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने की मांग पर अड़े हुए हैं. मृतका बच्ची का नाम जीया था.
बताया गया है कि सुबह करीब दस बजे तीन वर्षीय बालिका जीया अपने घर की छत पर खेल रही थी. तभी अंजाने में उसने हाईटेंशन लाइन के तार को पकड़ लिया जिससे बालिका आग के गोले में बदल गई जिससे उसकी मौत हो गई.
हाईटेंशन लाइन पकड़ने से तीन साल की बच्ची की मौत होने की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने सबसे पहले हाईटेंशन लाइन का शटडाउन कराया. उसके बाद बच्ची के शव को कब्जे में लिया.
उधर, पुलिस के आने पर आक्रोशित गांववालों ने जमकर हंगामा किया. वो पुलिस से विद्युत विभाग के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे. पुलिस ने ग्रामीणों को समझाने का काफी प्रयास किया लेकिन वो नहीं माने. पुलिस के कार्रवाई के आश्वासन पर ही ग्रामीण बच्ची के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने के लिए राजी हुए
कार्यवाहक चौकी प्रभारी गजेंद्र सिंह का कहना है कि मृतक की मां बबीता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है. शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है. उच्चाधिकारियों को दुर्घटना से अवगत करा दिया गया है.
सूचना पर विद्युत विभाग के जेई शिकंदर यादव मौके पर पहुंचे. उन्होंने गामीणों से बातचीत की और हाईटेंशन लाइन को अलग कराने का आश्वासन दिया.
वहीं, गुस्साए ग्रामीणों ने जेई शिकंदर की एक ना सुनी. वो मामले में मुदकमा और हाईटेंशन लाइन को हटाए जाने की मांग पर अड़े रहे. ग्रामीणों ने हाईटेंशन लाइन के तीनों तारों को एक साथ बांधकर ताला लगा दिया.
थाना भवन मार्ग स्थित दलित बस्ती से होकर हाईटेंशन लाइन जंगल में जा रही है. ग्रामीणों का आरोप है कि हाईटेंशन लाइन को बस्ती से हटाने को लेकर कई बार प्रार्थना पत्र दिया लेकिन विद्युत विभाग ने पांच लाख का खर्च बता कर हाईटेंशन लाइन हटाने को लेकर कोई जरूरी एक्शन नहीं लिया, जिसका परिणाम यह हुआ कि तीन साल की बच्ची ने अपने प्राण दे दिए.