ब्लैक फंगस के इंजेक्शन की कालाबाजारी कर रहे 3 लोग गिरफ्तार, Amphotericin B की 36 शीशियां भी बरामद

हैदराबाद पुलिस ने अवैध रूप से एम्फोटेरिसिन बी इंजेक्शन काला बाजार में खरीदने और बेचने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.

Update: 2021-06-21 18:40 GMT

हैदराबाद पुलिस ने अवैध रूप से एम्फोटेरिसिन बी इंजेक्शन काला बाजार में खरीदने और बेचने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि आरोपियों के पास से ऐसे 36 इंजेक्शन जब्त किए गए हैं. हैदराबाद सिटी पुलिस स्टेशन के अंजनी कुमार ने मीडियाकर्मियों को बताया कि उन्हें इस कालाबाजारी की एक गुप्त सूचना मिली थी. जिसके बाद सेंट्रल जोन टास्क फोर्स की टीम ने नेकलेस रोड, हैदराबाद के पास एक जाल बिछाया और तीन आरोपी व्यक्तियों को पकड़ लिया.

पुलिस के अनुसार इन व्यक्तियों के पास से 30 एम्फोटेरिसिन बी इंजेक्शन (फंगिलिप शीशियों -50 मिलीग्राम), छह पॉसकोनाजोल इंजेक्शन (पॉसॉन शीशी-300 मिलीग्राम / 16.7 मिली) और पांच मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं. बरामद दवाओं के साथ आरोपी व्यक्तियों को आगे की कार्रवाई के लिए SHO, रामगोपालपेट पीएस को सौंप दिया गया है."
गिरफ्तार किए गए लोगों में 37 साल के मेडिक्स फार्मेसी के मालिक कोंडरु क्रांति कुमार, मेसर्स शंकरी फार्मेसी के 28 साल के मालिक नंगनुरी वेंकट दिनेश और श्री बालाजी मेडिसिन वर्ल्ड के मालिक शिकाकोला श्रीनिवास (51) शामिल हैं.
प्रत्येक शीशी को 35,000 रुपये से 50,000 रुपये की उच्च कीमत
पुलिस के अनुसार, तीनों ने अवैध रूप से इन इंजेक्शनों को खरीदा और काला बाजार में प्रत्येक शीशी को 35,000 रुपये से 50,000 रुपये की उच्च कीमत पर बेचने की योजना बनाई. मालूम हो कि ब्लैक फंगल संक्रमण के इलाज के लिए एम्फोटेरिसिन बी इंजेक्शन और पॉसकोनाज़ोलेरे का उपयोग किया जाता है. बाजार में एम्फोटेरिसिन बी और पॉसकोनाजोल इंजेक्शन की मांग बढ़ गई है. हाल ही में एम्फोटेरिसिन-बी की कालाबाजारी में लगे दो गिरोहों के सदस्यों को पकड़ा गया था. कमिश्नर टास्क फोर्स वेस्ट जोन की तीन टीमों ने जाल बिछाकर 9 आरोपियों को पकड़ा है, ये दो गिरोह के सदस्य बताए जा रहे हैं. ये एम्फोटेरिसिन-बी की अवैध खरीद-फरोख्त में शामिल थे.
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