23 लाख की लूट का खुलासा, फाइनेंसर का बेटा निकला मास्टरमाइंड, जाने- क्या है मामला?
पुलिस ने खुलासा कर दिया है.
जयपुर एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) के नकली अधिकारी बनकर घर में रेड करने और 23 लाख रुपये की लूट के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस के मुताबिक फाइनेंसर के घर में हुई इस लूट का मास्टरमाइंड खुद फाइनेंसर का बेटा ही निकला. जयपुर के जवाहर नगर में शुक्रवार को एंटी करप्शन ब्यूरो के नाम पर कुछ लोगों ने एक फाइनेंसर के घर में घुसकर उसके बेटे से 23 लाख रुपये लूट लिए थे और कंप्यूटर की हार्ड डिस्क भी लेते गए थे.
पुलिस के मुताबिक इस फर्जी रेड की पूरी स्क्रिप्ट फाइनेंसर दीपक शर्मा के बेटे 20 साल के विदित शर्मा ने रची थी. बिटकॉइन की ट्रेडिंग में घाटा होने के बाद उसने दोस्तों के साथ मिलकर अपने ही घर में अपने पिता से पैसे लूटने की योजना बनाई थी. पुलिस के मुताबिक विदित ने स्वीकार किया है कि लूट की इस वारदात को अंजाम देने के लिए तीन लुटेरे आए थे.
पुलिस के मुताबिक सीसीटीवी फुटेज में दो ही दिख रहे थे, ऐसे में उससे कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने सारा घटनाक्रम बयान कर दिया. जयपुर के डिप्टी पुलिस कमिश्नर (डीसीपी) ईस्ट अभिजीत सिंह ने इस संबंध में बताया कि शुक्रवार की दोपहर विदित घर पर अकेला था. मां टीचर हैं, ऐसे में वो स्कूल गई थीं. विदित की बहन कोचिंग गई थी और इसी बीच उसने अपने दोस्तों बुलाकर नोट की अटैची थमा दी, जिसमें 23 लाख रुपये थे.
उन्होंने कहा कि इसके बाद विदित ने अपने पिता को वॉट्सएप कॉल कर बताया कि तीन लोग आए थे जो खुद को एसीबी का अधिकारी बता रहे थे. इन लोगों ने घर की तलाशी ली और 23 लाख रुपये जब्त कर लेते गए. डीसीपी ने बताया कि विदित के मोबाइल से लूट के तरीके और समय के बारे में अपने दोनों दोस्तों से बातचीत का ब्यौरा भी पुलिस को मिल गया है. विदित बीसीए अंतिम वर्ष का छात्र बताया जाता है. उसने योजना बनाई थी कि लूट की आधी रकम अपने पास रखेगा और आधी दोस्तों में बांट देगा. लेकिन इससे पहले ही वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया.